मेरठ: सामने आया पुलिस द्वारा बच्चे को खतरनाक ढंग से उठाने का सच, मासूम की मां का झलका दर्द
बेगमपुल पर नशेड़ी युवकों ने मंगलवार को यातायात पुलिस से मारपीट की थी और वर्दी तक फाड़ दी। इसी बीच महिलाओं ने भी पुलिस पर पथराव कर दिया था। इस मामले में पुलिस की तरफ से लालकुर्ती थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
मेरठ, जेएनएन। बेगमपुल पर नशेड़ी युवकों ने मंगलवार को यातायात पुलिस से मारपीट की थी और वर्दी तक फाड़ दी। इसी बीच महिलाओं ने भी पुलिस पर पथराव कर दिया था। इस मामले में पुलिस की तरफ से लालकुर्ती थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पथराव के दौरान एक मासूम बच्चे को पुलिसकर्मी ने एक हाथ पकड़कर खतरनाक ढंग से उठाया था। समाचार पत्रों में इसकी फोटो प्रकाशित होने पर एसएसपी ने जांच एसपी सिटी को सौंपी। एसपी सिटी को पुलिसकर्मी की कोई गलती नहीं मिली है।
मासूम की मां ने बयां किया दर्द
एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि बेगमपुल पर रहने वाले नशेड़ी युवकों ने यातायात पुलिस के साथ हाथापाई की। महिलाओं ने पुलिस पर पथराव भी कर दिया। बच्चे को कोई पत्थर न लग जाए इसलिए पुलिसकर्मी ने उसे एक हाथ से उठाकर दूसरे स्थान पर बैठाया था। यदि पुलिसकर्मी बच्चे को नहीं उठाता तो वह पथराव की चपेट में आ सकता था। एसपी सिटी ने बताया कि जांच के दौरान बच्चे की मां से बात की गई। उसने बताया कि पुलिस ने उसके बच्चे को बचाया है। उसने अपना दर्द साझा करते हुए कहा कि अगर पुलिस उसके बच्चे को नहीं बचाती तो कुछ भी हो सकता था। उसने वीडियो में मेरठ पुलिस का धन्यवाद भी दिया है।
यह था पूरा मामला
मंगलवार को दो नशेडियों के आपस में झगड़ गए। इस दौरान वहां पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस ने जब उन्हे समझाने का प्रयास किया तो उनके साथ नशेडियों ने अभद्रता की वर्दी फाड़ दी। घंटों तक यह हंगामा होता रहा। सूचना पर पहुंची पुलिसकर्मीयों पर पथराव भी किया गया। इसी बीच में एक पुलिसकर्मी द्वारा बच्चे को खतरनाक ढंग से उठाने की तस्वीर वायरल हो गई थी।