मेरठ: सूदखोर छह साल से कर रहा था परेशान, एक लाख की रकम पर लगा दिया 14 लाख का ब्याज; तंग आकर चुनी मौत
36 वर्षीय देवेंद्र सैनी ने यूं ही सल्फास खाकर मौत को गले नहीं लगाया। इसके पीछे भी क्रूरता और भय की दास्तां छिपी है। टाटा मैजिक पर ड्राइविंग करने वाले देवेंद्र सैनी ने सूदखोर रिंकू और शिंकू दोनों भाइयों से एक लाख रुपये ब्याज पर लिए थे।
मेरठ, (सुशील कुमार)। 36 वर्षीय देवेंद्र सैनी ने यूं ही सल्फास खाकर मौत को गले नहीं लगाया। इसके पीछे भी क्रूरता और भय की दास्तां छिपी है। टाटा मैजिक पर ड्राइविंग करने वाले देवेंद्र सैनी ने अपनी जीविका चलाने के लिए भावनपुर के सूदखोर रिंकू और शिंकू दोनों भाइयों से एक लाख रुपये ब्याज पर लिए थे। रिंकू और शिंकू ने देवेंद्र सैनी को प्रति माह पांच रुपये सैकड़ा की ब्याज दर पर रकम दी थी। रकम के बदले में सूदखोर ने देवेंद्र सैनी के मकान के कागजात जमानत के तौर पर अपने पास रख लिए थे। देवेंद्र छह साल में एक लाख की रकम के बदले में ढाई लाख रुपये चुका दिए थे, जबकि रिंकू ने ब्याज लगाकर देवेंद्र की तरफ 14 लाख रुपये बकाया दर्शा दिए थे। यह रकम वापस लेने के लिए रिंकू लगातार देवेंद्र पर दबाव बना रहा था। रिंकू अब ब्याज के बदले में देवेंद्र का मकान हड़पना चाहता था।
भाई गंगा शरण ने बताया कि देवेंद्र ने अपनी कमाई से रिंकू को ढाई लाख की रकम दे दी थी। इसके बाद भी रिंकू साढ़े 12 लाख रुपये और मांग रहा था। रिंकू का कहना था कि छह साल में ब्याज पर ब्याज लगाकर रकम 14 लाख हो गई है। इसके बाद देवेंद्र के मकान का बैनामा भी अपने नाम करा लिया। एक सप्ताह पहले रकम नहीं देने पर रिंकू और शिंकू ने देवेंद्र के साथ मारपीट भी की थी। यहां तक कह दिया था कि रकम नहीं लौटाई तो उसकी पत्नी को भी ले जाएंगे। सोमवार को रिंकू और शिंकू दोनों भाई देवेंद्र के घर पहुंचे। देवेंद्र पर मकान खाली कराने का दबाव बनाया। उसके इन्कार करने पर सूदखोर भाइयों ने देवेंद्र की जमकर पिटाई की थी। साथ ही उसकी पत्नी और चार बच्चों को घर से निकालकर ताला डाल दिया था। तभी से देवेंद्र काफी परेशान हो गया था। देवेंद्र की पत्नी और बच्चे भाई गंगा शरण के मकान में आकर रहने लगे थे।
हर थाना प्रभारी को दोस्त बना लेता है रिंकू
आरोपित रिंकू की भावनपुर और मेडिकल थाना क्षेत्र के हरेक थाना प्रभारी से दोस्ती हो जाती है। शराब के ठेके पर सेल्समैन की नौकरी करने वाले रिंकू ने दो थाना क्षेत्रों में मोटी रकम ब्याज पर दे रखी है। रकम नहीं देने वालों का उत्पीड़न करता है। पुलिस से साठगांठ होने की वजह से थाने में रिंकू के खिलाफ कोई शिकायत करने की हिम्मत भी नहीं जुटा पाता। घटना के बाद भावनपुर पुलिस ने रिंकू को हिरासत में ले लिया है। एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि रिंकू से मकान का बैनामा भी मांगा जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं, एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि अब सूदखोरों की सूची बनाई जाएगी।
रात को हुई थी पंचायत
गंगा शरण ने बताया कि सूदखोरों के उत्पीड़न से परेशान होकर परिवार के लोगों ने पंचायत की थी। इसमें तय हुआ था कि आरोपित दोनों भाइयों के खिलाफ थाने में तहरीर दी जाएगी। देवेंद्र ने सुबह ही बताया था कि एसएसपी से मिलकर अपनी व्यथा बताएगा। परिवार के किसी भी सदस्य को नहीं पता था कि देवेंद्र सल्फास खाकर जान दे देगा।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा: पुलिस आफिस पर युवक सल्फास खाकर आया था। पीड़ित ने कभी पुलिस को पहले अपनी समस्या नहीं बताई। आरोप है कि फाइनेंसर के उत्पीड़न से तंग आकर युवक ने जान दी है। पुलिस आरोपित रिंकू को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।