मेरठ: भाजपा में शामिल होने की अफवाह फैला रहा था कुख्यात उधम सिंह, इसके करीबी भी कर रहे थे दावा
कुख्यात उधम सिंह कानून से बचने के लिए सत्ताधारी पार्टी भाजपा में शामिल होने की अफवाह फैला रहा था। पुलिस की जांच में भी सामने आया कि उधम के परिवार और करीबी ही उधम का भाजपा में शामिल होने का दावा कर रहे थे।
जागरण संवाददाता, मेरठ। कुख्यात उधम सिंह कानून से बचने के लिए सत्ताधारी पार्टी भाजपा में शामिल होने की अफवाह फैला रहा था। पुलिस की जांच में भी सामने आया कि उधम के परिवार और करीबी ही उधम का भाजपा में शामिल होने का दावा कर रहे थे, जबकि जिस विधायक का नाम उधम को भाजपा में शामिल कराने का आ रहा था। उन्होंने भी स्पष्ट कर दिया कि उधम को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराने का हमारा कोई इरादा नहीं था। अफवाह उड़ाई गई। उधर, पुलिस की टीम रिहाई के बाद उधम सिंह से मिलने वाले शूटरों की भी पड़ताल कर रही है।
सरूरपुर थाने के करनावल गांव निवासी उधम सिंह इंडियन बैंक करनावल के स्टाफ और मैनेजर गौरव राजपूत को घर पर बुलाकर जबरन लोन कराने के लिए धमकी दे रहा था। मैनेजर गौरव राजपूत की रिपोर्ट पर पुलिस ने उधम को फिर जेल भेज दिया। उधम पर रासुका की तैयारी भी की जा रही है। वहीं पुलिस ने उधम से मिलने वाले शूटरों की सूची भी तैयार कर ली है। कुल 32 शूटर हैं, जो पुलिस के रिकार्ड में आ चुके हैं। उनमें से तीन शूटर ही अभी तक सार्वजनिक तरीके से उधम सिंह से मिले थे। उन्होंने उधम सिंह के साथ फोटो भी खिंचवाई थी।
पुलिस उधम के परिवार व करीबियों द्वारा फैलाई गई अफवाह की जांच कर रही है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि अपराधी की जगह सिर्फ जेल है। उधम ने जेल से बाहर आने के बाद ही लोगों को धमकाना और रंगदारी मांगना शुरू कर दिया था। उधम सिंह के अलावा गोपनीय तरीके से अन्य भी शिकायत मिल रही है। उक्त लोग उधम सिंह के सामने आने से डर रहे है। एसएसपी ने कहा कि उधम सिंह ने जिसका उत्पीडऩ किया है, वह सामने आकर शिकायत दर्ज कराए। उसे पुलिस सुरक्षा भी मुहैया कराई जाएगी।