Coronavirus: राहत की बात, मेरठ में अब धीमी पड़ने लगी कोरोना की रफ्तार और रिकवरी रेट भी सुधर रहा

यह खबर राहत देने वाली है। मई माह के शुरुआत में भड़की कोरोना की आंच अब कमजोर पड़ने लगी है। आंकड़ें कुछ ऐसी ही गवाही दे रहे हैं।

By Prem BhattEdited By: Publish:Mon, 25 May 2020 10:37 AM (IST) Updated:Mon, 25 May 2020 10:37 AM (IST)
Coronavirus: राहत की बात, मेरठ में अब धीमी पड़ने लगी कोरोना की रफ्तार और रिकवरी रेट भी सुधर रहा
Coronavirus: राहत की बात, मेरठ में अब धीमी पड़ने लगी कोरोना की रफ्तार और रिकवरी रेट भी सुधर रहा

मेरठ, जेएनएन। यह खबर राहत देने वाली है। मई माह के शुरुआत में भड़की कोरोना की आंच अब कमजोर पड़ने लगी है। हालांकि प्रवासियों में संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग आशंकित जरूर है। रविवार को जिले में चार मरीजों में कोरोना का संक्रमण मिला। इसी के साथ मेरठ में कोरोना मरीजों की संख्या 273 तक पहुंच चुकी है। 22 मरीजों की मौत हुई है।

लेकिन खतरा टला नहीं

सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर सुधार के संकेत हैं, किंतु खतरा टला नहीं है। मेडिकल कालेज की माइक्रोबायोलोजी लैब में बड़ी संख्या में सैंपलों की जांच की गई, जिसमें मेरठ के चार, सहारनपुर के तीन, मुजफ्फरनगर के पांच एवं हापुड़ के तीन मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई। खैरनगर की आशा कार्यकत्री 16 मई को पाजिटिव मिली थी, जिसके संपर्क से घर में 31 साल के युवक और 22 साल की युवती भी बीमार मिले हैं।

किशोर संक्रमित

पूर्वा फैयाज अली जली कोठी से 18 मई को एक मरीज की चेन में चार संक्रमित मिले थे। इसी कड़ी में 17 साल का किशोर संक्रमित हो गया। विभागीय रिपोर्ट के मुताबिक ये सुभारती में भर्ती एक डाक्टर का कंपाउंडर है। उधर, 21 मई को अतराड़ा में मिले एक मरीज के संपर्क से 18 साल की युवती बीमार पड़ गई। इन सभी मरीजों को कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया है।

मेडिकल में एक मरीज गंभीर

कोविड वार्ड के आइसीयू में भर्ती एक मरीज की तबीयत बिगड़ती जा रही है। मरीज के शरीर में आक्सीजन का स्तर गिरा है। निमोनिया होने की वजह से डाक्टरों की टीम विशेष निगरानी कर रही है। प्राचार्य डा. एसके गर्ग ने बताया कि एक समय वार्ड में 81 मरीज थे, जिनकी संख्या अब 37 रह गई है।

कोरोना की रिकवरी में सुधार : कमिश्नर

कमिश्नर अनीता सी. मेश्राम ने रविवार को दावा किया कि मंडल के छह जिलों में कोरोना का रिकवरी रेट तेजी से सुधर रहा है। यह लगभग 68 फीसद तक जा पहुंचा है। जो कि अच्छे संकेत हैं। इसके और ज्यादा सुधार के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। कमिश्नर ने बताया कि मंडल 23 मई तक के आंकड़ों के मुताबिक अभी तक कुल 37,298 सैंपल की जांच कराई गई है। जिनमें से 1134 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले। 23 मई शनिवार को 845 सैंपल की जांच में 34 लोग संक्रमित पाए गए थे। संक्रमित 1134 लोगों में से 770 लोग कोरोना से जंग जीतकर अपने घर वापस जा चुके हैं।

223 लोग ठीक होकर घर लौट चुके

मेरठ जनपद में 369 संक्रमित मरीजों में से 223 लोग ठीक होकर घर लौट चुके हैं। गाजियाबाद में 222 संक्रमित में से 175 लोगों को छुट्टी दी जा चुकी है। जबकि गौतमबुद्धनगर में 324 मरीजों में से 221 लोग ठीक हो चुके हैं। बागपत में 29 में 24 लोग ठीक होकर घर भेज दिए गए हैं। बुलंदशहर में 102 मरीज मिले जिनमें से 70 स्वस्थ हो चुके हैं। हापुड़ में 93 मरीजों में 57 ठीक हो गए हैं। मौत के मामले में सर्वाधिक मेरठ में 22 मौत हुई हैं। गौतमबुद्धनगर में 5 लोगों की मौत हुई है। जबकि बुलंदशहर और गाजियाबाद में दो-दो लोगों की मौत हुई है। हापुड़ में एक कोरोना मरीज की जान गई। मंडल में कुल 32 लोगों की मौत अभी तक हुई है।

24 घंटे में चार कोरोना निगेटिव मरीजों की मौत

मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड में 39 मरीज भर्ती हैं, जिसमें से 15 मरीजों में शुगर, बीपी, सांस की बीमारी, खांसी व थायरायड रोग मिला है। प्रोफेसर डा. टीवीएस आर्य ने बताया कि इसमें 20 पुरुष और 19 महिलाएं हैं। पांच मरीजों को आक्सीजन पर रखना पड़ा है। सप्ताहभर में बड़ी संख्या में मरीज डिस्चार्ज हुए हैं। रविवार को भगवतपुरा की एक 20 साल की युवती को डिस्चार्ज किया गया। वो 12 मई से वार्ड में भर्ती थी। पिछले 24 घंटे में आइसीयू व इमरजेंसी में चार मरीजों की मौत हो गई। ये सभी कोरोना निगेटिव थे। उधर, सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि मुलायम सिंह मेडिकल कालेज से दस मरीज डिस्चार्ज किए गए हैं।

एक नजर यहां भी

10129 सैंपलों की अब तक जांच

373 मरीज अब तक किए गए डिस्चार्ज

118 कुल एक्टिव केस हैं अब मेरठ में

233 मरीज अब तक मिले संक्रमित

347 सैंपल रविवार को जांच के लिए भेजे गए

68 फीसद रिकवरी रेट का आया है मंडल में सुधार

845 सैंपल की जांच में शनिवार को 34 लोग मिले थे संक्रमित

770 लोग मंडल में कोरोना से जंग जीतकर हो चुके हैं स्वस्थ

223 मरीज मेरठ जिले में हो चुके हैं स्वस्थ 

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