‘डूबते’ शहर को नए नाले देंगे संजीवनी, पुरानों की मरम्मत भी कराई जाएगी

बारिश में शहर के हाल से सब वाकिफ हैं। जरासी बरसात होते ही घरों तक पानी घुस जाता है। इससे निजात दिलाने के लिए नगर निगम नए नाले बनवाने जा रहा है।

By Ashu SinghEdited By: Publish:Sun, 17 Feb 2019 11:09 AM (IST) Updated:Sun, 17 Feb 2019 11:09 AM (IST)
‘डूबते’ शहर को नए नाले देंगे संजीवनी, पुरानों की मरम्मत भी कराई जाएगी
‘डूबते’ शहर को नए नाले देंगे संजीवनी, पुरानों की मरम्मत भी कराई जाएगी

मेरठ, जेएनएन। पिछले साल जुलाई में बाढ़ की विभीषिका झेल चुके शहर की जलनिकासी दुरुस्त करने के लिए नगर निगम कई नये आरसीसी नालों का निर्माण कराएगा। पुराने जर्जर नालों की मरम्मत भी की जाएगी। इसकी कवायद शुरू हो गई है।
25 करोड़ का बजट जारी
शासन ने 14वें राज्य वित्त आयोग से पिछले दिनों 25 करोड़ का बजट जारी किया था। जबकि अवस्थापना निधि में 6 करोड़ की धनराशि स्वीकृति की गई थी। लगभग 31 करोड़ का बजट प्राप्त होने के बाद नगर निगम शहर को जलनिकासी की समस्या से निजात दिलाने की तैयारी में है। छोटे-बड़े करीब 21 नालों के निर्माण एवं मरम्मत की तैयारी है। बड़े नालों में रोहटा रोड सरस्वती विहार से नंद विहार कालोनी, बागपत रोड फ्लाई ओवर से मलियाना होते हुए मंडी परिषद तक, कृष्णा नगर से डोरली पुल तक, नूरनगर पुलिया से सरस्वती लोक तक, मोदीपुरम फ्लाईओवर से डोरली गंदे नाले तक, कंकरखेड़ा में शोभापुर नाला, ब्रह्मपुरी से भूमिया पुल तक, जानवरों के अस्पताल से हंस चौराहे तक और दिल्ली रोड के नाले का कार्य शामिल हैं।
जर्जर अवस्था में हैं नाले
इसके अलावा एक दर्जन से अधिक छोटे-छोटे ऐसे नाले शामिल किये गये हैं जो जर्जर अवस्था में है। कुछ सड़कों के निर्माण के कार्य भी शामिल किये गये हैं। नगर निगम ने नालों के निर्माण के प्रस्ताव तैयार कर लिए हैं। 19 फरवरी को कमिश्नर अनीता सी मेश्रम की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में रखेगा।
जलभराव से मिलेगी मुक्ति
निर्माण की रूपरेखा पर गौर करें तो 15 से अधिक वाडरे की जलनिकासी सुधर जाएगी। रोहटा रोड में सरस्वती विहार, गोलाबढ़, शिवराम पुरम, गगन विहार, जवाहर नगर समेत कई कालोनियों को बारिश में जलभराव का सामना नहीं करना पड़ेगा। वहीं मलियाना नाले के निर्माण से बागपत रोड से जुड़े मोहल्लों को राहत मिलेगी। यहां हल्की बारिश में जलनिकासी पर्याप्त न होने और पुराने जर्जर टूटे नाले की वजह से जलभराव होता रहा है। पिछले साल जुलाई में आई बाढ़ की विभीषिका ङोलने वाले मोहल्लों की जलनिकासी पर नगर निगम ने फोकस किया है।

नौ बड़े नालों पर इतने खर्च का अनुमान रोहटा रोड किनारे नाला निर्माण 4.47 करोड़ मलियाना से मंडी परिषद तक 4.19 करोड़ नूर नगर पुलिया से सरस्वती लोक तक 3.05 करोड़ मोदीपुरम फ्लाईओवर से डोरली गंदे नाले तक 3.43 करोड़ कृष्णा नगर से डोरली पुल तक 2.70 करोड़ शोभापुर क्षेत्र में नाले का निर्माण 1.02 करोड़ रोशनपुर डोरली नाले का निर्माण 1.15 करोड़ ब्रह्मपुरी से भूमिया पुल तक नाले का निर्माण 1.44 करोड़ जानवरों के अस्पताल से हंस चौराहे तक 1.48 करोड़

इनका कहना है
शहर की जलनिकासी की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए बड़े आरसीसी नालों के निर्माण की तैयारी है। प्रस्ताव तैयार कराया गया है। अवस्थापना निधि एवं 14 वें राज्य वित्त आयोग के फंड से यह कार्य कराएंगे।
-मनोज चौहान, नगर आयुक्त

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