मेरठ नगर निगम कार्यकारिणी बैठक : दिसंबर तक शहर में होने लगेगी 100 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति
मेरठ में महापौर सुनीता वर्मा की अध्यक्षता में वंदे मातरम के साथ बैठक सुबह 11 बजे शुरू हुई। हालांकि बैठक 1.30 बजे तक ही चल सकी। नगर विकास मंत्री के तीन अगस्त के दौरे की तैयारी के मद्देनजर बैठक को महापौर ने स्थगित कर दिया। कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
मेरठ, जागरण संवाददाता। मेरठ शहर को दिसंबर तक 100 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति होने लगेगी। यह दावा नगर निगम अधिकारियों ने शनिवार को कार्यकारिणी की बैठक में किया है। इससे बड़ी संख्या में पेयजल आपूर्ति के लिए हो रहे नलकूपों से भूजल बंद हो जाएगा। शनिवार को नगर निगम सभागार में कार्यकारिणी की बैठक रखी गई। महापौर सुनीता वर्मा की अध्यक्षता में वंदे मातरम के साथ बैठक सुबह 11 बजे शुरू हुई। हालांकि बैठक 1.30 बजे तक ही चल सकी। नगर विकास मंत्री के तीन अगस्त के दौरे की तैयारी के मद्देनजर बैठक को महापौर ने स्थगित कर दिया।
इन मु्द्दों पर हुई चर्चा
अगली बैठक सात अगस्त को होगी, जिसमें नए प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। लेकिन ढाई घंटे की बैठक में कार्यकारिणी के सदस्यों ने गंगाजल आपूर्ति, सीवर प्रोजेक्ट और जलभराव जैसे मुद्दों पर जरूर चर्चा की। जलनिगम अधिकारियों से सवाल-जवाब हुए। नगर आयुक्त मनीष बंसल ने कार्यकारिणी सदस्यों को जानकारी दी कि भोला की झाल स्थित 100 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से शहर को दिसंबर तक 100 एमएलडी गंगाजल आपूर्ति करने की योजना है। इसके लिए तहत 4.78 करोड़ से चार भूमिगत जलाशय बच्चा पार्क, शास्त्रीनगर सेक्टर-12, नौचंदी और गोलाकुंआ को गंगाजल की मुख्य लाइन से अक्टूबर तक जोडऩे का काम पूरा कर लिया जाएगा। तत्पश्चात गंगाजल आपूर्ति इन क्षेत्रों की शुरू हो जाएगी।
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट
वहीं, माधवपुरम का भूमिगत जलाशय पहले से जुड़ा है। इसकी टेस्टिंग हो चुकी है। अगस्त में माधवपुरम क्षेत्र को गंगाजल मिलने लगेगा। जबकि चार अन्य भूमिगत जलाशय विकासपुरी, सर्किट हाउस, टाउनहाल और शर्मा स्मारक से गंगाजल की आपूर्ति पहले से चालू है। इस तरह सभी नौ भूमिगत जलाशयों के माध्यम से गंगाजल आपूर्ति होने पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की पूरी क्षमता का उपयोग हो सकेगा। वहीं, जलभराव की समस्या के निदान के लिए ओडियन नाले की सफाई को लेकर भी चर्चा हुई।
दिल्ली रोड पर सीवर लाइन
पार्षद ललित नागदेव ने पूछा कि दिल्ली रोड पर रैपिड रेल प्रोजेक्ट का काम चल रहा है। क्या सीवर लाइन डालने की भी योजना है। नगर आयुक्त मनीष बंसल ने कहा ये सुझाव अच्छा है। इस संबंध में जल्द एनसीआरटीसी के अधिकारियों से बात करेंगे। सीवर लाइन का प्रस्ताव तैयार कराया जाएगा। नगर आयुक्त ने यह भी बताया कि एनसीआरटीसी दिल्ली रोड नाले का पक्का बनाएगा। इसकी सहमति हो गई है। पार्षद ललित नागदेव ने कहा कि परतापुर से लेकर बेगमपुल तक दिल्ली रोड किनारे बहुत बड़ी आबादी बसती है। दिल्ली रोड किनारे बसे मोहल्लों की सीवर निकासी के एक सीवर ट्रंक लाइन डालनी होगी। जो दिल्ली रोड पर ही पड़ सकती है। रैपिड रेल प्रोजेक्ट के साथ ही यह काम होना जरूरी है। क्योंकि बाद में ये काम करना संभव नहीं होगा। वहीं, शहर में अमृत योजना के तहत डाली गई नई सीवर लाइन को पुरानी सीवर लाइन से जोडऩे की योजना का पार्षदों ने विरोध किया। नगर आयुक्त ने कहा कि इस मामले में जलनिगम के उच्च अधिकारियों से बात करेंगे।
जल्द शुरू होगी वार्डों में पानी की सैंपलिंग
महाप्रबंध जल कुमार गौरव ने बैठक में जानकारी दी कि पेयजल गुणवत्ता निर्धारण के लिए जलापूर्ति के सोर्स पर पानी की सैंपलिंग कराई जाती है। लेकिन बहुत जल्द वार्डों में पानी की सैंपलिंग शुरू होगी। घरों में जलकल की टीम पहुंचेगी और पानी का सैंपल लेगी। इससे पानी की गुणवत्ता ठीक होगी।
बैठक में ये रहे मौजूद
महापौर सुनीता वर्मा कार्यकारिणी के सदस्यों में पार्षद ललित नागदेव, दीपिका गुप्ता, अंशुल गुप्ता, सुनीता प्रजापति, अनुज वशिष्ठ, संदीप रेवड़ी, अजय भारती, अब्दुल गफ्फार, सितारा बेगम, इकरामुद्दीन, नाजरीन और कार्यकारिणी उपाध्यक्ष रंजन शर्मा मौजूद रहे। अपर नगर आयुक्त श्रद्धा शांडिल्यायन समेत अन्य निगम अधिकारी व जलनिगम के अधिकारी मौजूद रहे।