मेरठ : सट्टा प्रदर्शन मेले में घोषणा पत्र अपलोड करने से गुरेज कर रहे किसान, 205 आपत्तियों का निस्‍तारण

मेरठ के मवाना में गन्ना समिति के ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक सौवीर सिंह ने बताया कि समिति पर 18 सितंबर से सट्टा प्रदर्शन मेला चल रहा है। अब तक 342 आपत्तियां आई हैं। जिनमें से 205 का निस्तारण कर दिया गया है। बाकी पर काम हो रहा है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 01:30 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 01:30 PM (IST)
मेरठ : सट्टा प्रदर्शन मेले में घोषणा पत्र अपलोड करने से गुरेज कर रहे किसान, 205 आपत्तियों का निस्‍तारण
मवाना में 60 हजार में से मात्र 39217 किसानों ने भरे घोषणा पत्र।

मेरठ, जेएनएन। मेरठ में मवाना के गन्ना समिति पर चल रहे सट्टा प्रदर्शन मेले में पांच दिन में 342 आपत्तियां प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 205 का निस्तारण किया गया है। घोषणा पत्र भरने में किसान रूचि नही ले रहा है। 60 हजार किसानों में अब तक मात्र 39217 किसान ही घोषणा पत्र पोर्टल पर अपलोड करा पाए हैं। उक्त जानकारी देते हुए गन्ना समिति के ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक सौवीर सिंह ने बताया कि समिति पर 18 सितंबर से सट्टा प्रदर्शन मेला चल रहा है। अब तक 342 आपत्तियां आई हैं। जिनमें से 205 का निस्तारण कर दिया गया है। शेष का वेबसाइट ठीक चलने पर करा दिया जाएगा।

किसानों की आवक कम

बताया कि किसानों द्वारा पोर्टल पर अपना कच्चा कलेंडर देखने व घोषणा पत्र भरने में अपेक्षित रूचि नहीं ली जा रही है। समिति क्षेत्र में लगभग 60000 किसान हैं, लेकिन मात्र 3917 किसानों द्वारा ही अभी तक घोषणा पत्र पोर्टल पर अपोड कराये गये हैं। पोर्टल पर कच्चा कलेंडर न देखने के कारण ही संभवत: समिति में किसानों की आवक कम है। किसानों की आवक कम होने अंतर पड़ा।

घोषणा पत्र सही भरकर कराएं अपलोड 

ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक ने यह भी बताया कि प्राय: देखा गया है कि ज्यादातर किसान चीनी मिल चलने की घोषणा होने पर ही अपने सट्टे सर्वे आदि आंकड़ो को देखते हैं। यदि सर्वे प्रारंभ होने पर ही अपना सर्वे अपनी देखरेख में करा लें व घोषणा पत्र सही सही भरकर पोर्टल पर अपलोड करा दें तो पेराई सत्र में किसी भी प्रकार की समस्या गन्ना आपूर्ति में नही आएगी। फिर भी गन्ना विकास विभाग अपने स्तर से पूरी कोशिश करता है कि किसी भी समिति सदस्य एवं गन्ना किसानों को गन्ना आपूर्ति में कोई परेशानी न हो। किसानों को समय-समय पर लाभदायक जानकारियां भी उपलब्‍ध कराई जाती है। गन्‍ना समिति किसानों के हितों का पूरा ध्‍यान रखती है। 

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