Meerut Farmers Protest: मेरठ से लाव-लश्‍कर के साथ दिल्‍ली के लिए रवाना हो गए भाकियू नेता राकेश टिकैत

Meerut Farmers Protest मेरठ के सिवाया टोल प्लाजा पर शुक्रवार रात ठहरने के बाद भाकियू नेता राकेश टिकैत काफिले के साथ शनिवार सुबह दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इस दौरान पल्लवपुरम कंकरखेड़ा और दौराला पुलिस ने ट्रैफिक को एक वन वे किया।

By Prem BhattEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 11:06 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 03:14 PM (IST)
Meerut Farmers Protest: मेरठ से लाव-लश्‍कर के साथ दिल्‍ली के लिए रवाना हो गए भाकियू नेता राकेश टिकैत
भाकियू नेता राकेश टिकैत के नेतृत्‍व में किसानों का काफिला दिल्ली के लिए रवाना हो गया।

मेरठ, जेएनएन। Meerut Farmers Protest केंद्र सरकार के कृषि कानून के विरोध में और अन्‍य मांगों को लेकर शनिवार की सुबह मोदीपुरम के टोल प्‍लाजा से दिल्‍ली के लिए भाकियू नेता राकेश टिकैत के नेतृत्‍व में रवाना हुआ किसानों का काफिला दोपहर में करीब एक बजे परतापुर को पार कर गया, इस दौरान मेरठ ट्रैफिक पुलिस ने परतापुर में अन्‍य वाहनों को रोके रखा था, जिससे कुछ समय के लिए यहां पर जाम के हालात बने रहे। इसके पूर्व सिवाया टोल प्लाजा पर शुक्रवार रात ठहरने के बाद भाकियू नेता राकेश टिकैत अपने काफिले के साथ शनिवार दस बजे सुबह दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। किसान नारेबाजी करते हुए चल रहे थे। दौराला, पल्लवपुरम और कंकरखेड़ा पुलिस ने एक तरफ हाईवे के ट्रैफिक को वन वे कर दिया गया था। भारतीय किसान यूनियन का काफिला करीब 11.45 बजे पल्लपुरम क्षेत्र के मोदीपुरम फ्लाईओवर के ऊपर से प्रतापपुर की ओर रवाना हो गया था। 

सरकार ने जिन फसलों पर एमएसबी लगाया है, उन फसलों को किसानों से एमएसबी के नीचे रेट से व्यापारी न खरीदे, इसी मांग को लेकर दिल्ली कूच के लिए निकले भाकियू नेता राकेश टिकैत और अन्य किसान शुक्रवार रात सिवाया टोल के पास भगवती कालेज में ठहरे थे। कुछ किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली को टोल के पास खड़ी उस पर सोए थे। शनिवार सुबह करीबी दस बजे भाकियू से जुड़े किसान टोल से दिल्ली के लिए रवाना हुए। किसान सरकार के कृषि कानून का भी विरोध कर रहे हैं।

रात में किसानों के लिए खाने की व्यवस्था क्षेत्र के किसानों ने अपने घरों से लाकर की। सुबह किसानों ने कालेज में ही नाश्ता किया, जिसके बाद वह आगे बढ़े। राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों के साथ अन्याय सहन नहीं किया जाएगा। सरकार को किसान हित में कार्य करना चाहिए। जिस कृषि बिल से किसान को नुकसान होगा, तो किसान की कमर टूट जाएगी। इस दौरान भाकियू जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी के अलावा अन्य किसान नेता मौजूद थे।

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