मेरठ : अंक पर नहीं इन बातों पर दें ध्‍यान, सीबीएसई काउंसलर पूनम देवदत्त ने सुझाए टिप्स

10वीं के बाद बहुत से बच्चे मेडिकल और इंजीनियरिंग को सबसे बड़ा करियर मानते हैं। जिसके चलते वह जीव विज्ञान या गणित लेकर अपनी 12वीं की पढ़ाई करना चाहते हैं। जिन छात्रों को इन दोनों करियर में रुचि है इन विषयों की पढ़ाई जरूर करनी चाहिए।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 07:00 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 07:00 AM (IST)
मेरठ : अंक पर नहीं इन बातों पर दें ध्‍यान, सीबीएसई काउंसलर पूनम देवदत्त ने सुझाए टिप्स
सीबीएसई काउंसलर व मनोचिकित्सक डा. पूनम देवदत्त छात्रों को टिप्‍स दिए।

मेरठ, जागरण संवाददाता। सीबीएसई 10वीं में इस बार सभी स्कूलों का शतप्रतिशत रिजल्ट रहा है। जिसमें सभी बच्चे उत्तीर्ण घोषित किए गए हैं। अधिकांश छात्र-छात्राओं को औसत से अधिक अंक भी मिले हैं। कोविड की वजह से बच्चों का आत्मविश्वास बनाए रखने के लिए इस बार सभी बोर्ड ने अंक दिए हैं, लेकिन जो बच्चे पढऩे में अच्छे हैं, उन्हें ही अच्छे अंक मिले हैं। इसलिए बच्चों को अपने आत्मविश्वास को बनाए रखना चाहिए कि अगर आगे उनकी बोर्ड परीक्षाएं होंगी तो वह उसमें भी बेहतरीन करेंगे। इसके लिए उन्हें अपने अध्ययन पर जोर देना चाहिए। सीबीएसई काउंसलर व मनोचिकित्सक डा. पूनम देवदत्त का कहना है कि प्रतियोगी परीक्षाओं में अंकों से अधिक आपके ज्ञान का परीक्षण किया जाता है।

करियर के विकल्प अनेक

10वीं के बाद बहुत से बच्चे मेडिकल और इंजीनियरिंग को सबसे बड़ा करियर मानते हैं। जिसके चलते वह जीव विज्ञान या गणित लेकर ही अपनी 12वीं की पढ़ाई करना चाहते हैं। जिन छात्रों को इन दोनों करियर में रुचि है, उन्हें इन विषयों की पढ़ाई जरूर करनी चाहिए। 10वीं पास बहुत से बच्चे यह तय नहीं कर पाते हैं कि उन्हें आगे क्या करना है। ऐसे में छात्र- छात्राओं को सबसे पहले अपनी 12वीं तक की पढ़ाई उस स्ट्रीम में करनी चाहिए, जिस स्ट्रीम को वह पसंद करते हैं। इससे आगे अगर वह उस विषय में स्नातक करना चाहेंगे तो उनके लिए आसानी होगी। इसके लिए जरूरी नहीं कि 10वीं में जिस विषय में 100 अंक आए हैं उसमें ही रुचि हो। जिस विषय में रुचि है अगर उसमें कम नंबर भी है तो उसे आप लेकर आगे पढ़ाई कर सकते हैं।

कला कम नहीं

बहुत से बच्चे विज्ञान, कामर्स लेना चाहते हैं। कला को वह कमतर मानते हैं। बहुत से अभिभावकों की भी यही सोच होती है कि विज्ञान और गणित लेकर ही 12वीं पास करना जरूरी है। इसके अलावा कला के विषय को वह कम महत्व देते हैं। ऐसे में कई बार अभिभावक के दबाव में बच्चे गणित या विज्ञान लेते हैं। जिससे आगे चलकर उन्हें पढ़ाई बोझिल लगने लगती है। इस धारणा को छोडऩे की जरूरत है। आज कला में भी करियर की कोई कमी नहीं है।

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