Meerut-Delhi Expressway: एक्सप्रेस-वे पर हादसे रोकने को तैनात करें पुलिस बल, NHAI के परियोजना निदेशक ने लिखा पत्र
Meerut Delhi Expressway देखा जाए तो बीते काफी समय से मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। इसी पर लगाम कसने के लिए परियोजना के निदेशक ने पहल करते हुए मेरठ के कमिश्नर को एक पत्र लिखा है। ताकि हादसे रुक सके।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Meerut-Delhi Expressway मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर हादसे रोकने के लिए एनएचएआइ ने कमिश्नर और सभी जनपदों के डीएम-एसएसपी से पुलिस और यातायात पुलिस बल तैनात करने की मांग की है। साथ ही एक्सप्रेस-वे के आसपास अवैध पार्किंग और अवैध कब्जों को एक्सप्रेस-वे के संचालन में बाधा बताते हुए हटवाने की मांग की है।
रोजाना घटनाएं का रही सामने
एनएचएआइ के परियोजना निदेशक मुदित गर्ग ने कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह तथा गाजियाबाद, मेरठ, हापुड़ तथा दिल्ली के शास्त्रीनगर जनपद के डीएम और एसएसपी को पत्र भेजा है। जिसमें उन्होंने बताया कि हाल ही में 20 सितंबर को एक्सप्रेस-वे पर कंटेनर चालक द्वारा तीन ट्रैफिक मार्शल को घायल करके विपरीत दिशा में वाहन दौड़ाने का प्रयास किया गया। इस प्रकार की घटनाएं रोजाना सामने आ रही हैं। प्रतिबंध के बावजूद दो पहिया और तीन पहिया वाहन एक्सप्रेस-वे पर प्रवेश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी पत्र भेजकर वाहनों के अवैध संचालन, ओवरस्पीड तथा विपरीत दिशा में वाहन चलाने, अनाधिकृत स्थानों पर आटो, बस और अन्य वाहन खड़े किए जाने से दुर्घटनाएं होने की आशंका जताई जा चुकी है। एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की गति निर्धारित है। जिसकी जांच के लिए स्पीड कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों का रोजाना का डाटा यातायात पुलिस को सौंपा जाता है। अभी तक आनलाइन चालान की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है।
पुलिस बल की जरूरत
परियोजना निदेशक ने कहा कि मार्ग को सुरक्षित रखने हेतु पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल, यातायात पुलिस को स्थापित किया जाना आवश्यक है। ताकि दुर्घटनाओं पर नियंत्रण किया जा सके। हाईवे के किनारे पर अनाधिकृत पार्किंग होती है, दुकानें, खोखे आदि रख लिए गए हैं। आटो रिक्शा का जमावड़ा लगा रहता है। उन्होंने सभी संबंधित थानों को इन्हें हटाने और जुर्माना वसूलने का निर्देश जारी करने की मांग की है।
इनका कहना है
एक्सप्रेस-वे पर अनाधिकृत वाहनों, अवैध पार्किंग, कब्जों और मनमानी से वाहनों को चलाना मुसीबत बना है। इन सभी समस्याओं के समाधान के लिए हमने मंडल में कमिश्नर तथा जनपदों में डीएम और एसएसपी को पत्र लिखकर मांग की है।
- मुदित गर्ग, परियोजना निदेशक एनएचएआइ
प्रत्येक बैठक में इस संबंध में निर्देश दिए जाते हैैं। एक्सप्रेस-वे सुविधा के लिए बना है न कि असुविधा के लिए। समस्याओं का जल्द समाधान कराया जाएगा।
- सुरेन्द्र सिंह, कमिश्नर मेरठ मंडल