Meerut Coronavirus News: मेरठ के इस गांव में कोरोना से पिता-पुत्र समेत 11 की मौत, एक दिन में 1394 मरीज मिले, कुल 29 ने गंवाई जान
कोरोना की दूसरी लहर गांवों में कहर बरपा रही है। हस्तिनापुर के गांव एक में कोरोना व बुखार से पिता-पुत्र समेत 11 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं शुक्रवार को जिले में 18.33 प्रतिशत की संक्रमण दर से 1394 मरीज मिले जबकि 29 की मौत हो गई।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना महामारी की दूसरी लहर गांवों में भी कहर बरपा रही है। सीएचसी हस्तिनापुर के गांव अस्सा में कोरोना व बुखार से एक माह में पिता-पुत्र समेत 11 लोगों की जान जा चुकी है। अब भी बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हैं। कोरोना के लक्षण मिलने पर कई रोगी होम क्वारंटाइन हैं। प्रदेश में कोरोना का पारा उतर रहा है, लेकिन मेरठ में संक्रमण बना हुआ है। शुक्रवार को जिले में 18.33 प्रतिशत की संक्रमण दर से 1394 मरीज मिले। 7607 सैंपलों की जांच की गई थी। 1857 मरीजों को विभिन्न कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। सक्रिय मरीजों की संख्या 18762 तक पहुंची है। 1312 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। स्वास्थ्य विभाग ने 17 मरीजों की मौत की पुष्टि की है, जबकि मेडिकल कालेज में 12 मरीजों की जान चली गई है।
पिता-पुत्र समेत 11 की जान ले चुका कोरोना
मवाना तहसील के गांव अस्सा में कोरोना की दूसरी लहर से हुई मौतों से भय का माहौल है। गांव में बुखार व कोरोना एक माह में 11 लोगों की जान ले चुका है। 60 वर्षीय वृद्ध समयसिंह व उनके पुत्र डा. नीशू के निधन से गांव अब तक शोक से नहीं उबरा है। इनके अलावा गांव के ही पंकज, सोबीर, राजीव, सुरेश शर्मा, कालू, जुगेंद्री, रामकिशन, अमरपाल तथा संदीप के पांच वर्षीय पुत्र की कोरोना तथा बुखार के चलते मौत हो चुकी है। इनमें से कई की कोरोना जांच नहीं हो पाई थी, पर उनमें लक्षण इसी रोग के थे।
ग्राम प्रधान पूजा ने बताया कि गजेंद्र शर्मा व नीरज समेत कई लोग अभी भी बुखार के चलते होम क्वारंटाइन हैं। गांव में कई लोगों की मौत होने के बावजूद भी अभी तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना की जांच के लिए शिविर नहीं लगाया गया है। कोरोना के खौफ के कारण अधिकांश लोग घर से बहुत जरूरी कार्य होने पर ही बाहर निकलते हैं। जिस कारण गांव में सन्नाटा पसरा है। सीएचसी मवाना प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डा.सतीश भास्कर ने कहा कि टीमें भेजकर गांव-गांव में कोविड किट का वितरण कराया जा रहा है। सीएचसी पर टीकाकरण व जांच निरंतर चल रही है। गांव में भी टीम भेजकर भी जांच कराई जाएगी।
होटल व्यवसायी अमरप्रीत सिंह सेठी का निधन
होटल व्यवसायी (इंडियाना बार के निदेशक) अमरप्रीत सिंह सेठी (रिप्पी) का कोरोना से निधन हो गया। वह 49 साल के थे। कुछ दिन पहले वह कोरोना से संक्रमित हुए थे। पहले आनंद अस्पताल में भर्ती हुए थे। तबीयत बिगड़ने पर दिल्ली के आर्यावर्त अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। वहां उन्होंने अंतिम सांस ली। वह अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके निधन पर पंजाबी समाज और व्यापारी वर्ग ने शोक जताया है।
सफाई कर्मचारी का कोरोना से निधन
नगर निगम में कार्यरत सफाई कर्मचारी सुबोध पुत्र राजपाल का कोरोना से निधन हो गया। वे कंकरखेड़ा में रहते थे तथा पीएल शर्मा हास्पिटल में भर्ती थे। तबियत खराब होने पर उन्हें मेडिकल कालेज रेफर किया गया था। पांच साल के पुत्र ने सूरजकुंड श्मशानघाट पर उन्हें मुखाग्नि दी। सफाई कर्मचारी नेता कैलाश चंदौला समेत अन्य ने शोक जताया है। साथ ही नगर आयुक्त को पत्र सौंप नाराजगी जताई है। सफाई कर्मचारी नेताओं का कहना है कि कोरोना संक्रमण के दौर में सफाई कर्मचारी बिना सुरक्षा के काम कर रहे हैं। उन्होंने सफाईकर्मियों को 20 फीसद अधिक वेतन और मृतक कर्मचारियों के परिजनों को 50 लाख मुआवजे की मांग की है।