दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे: बारिश के बाद अब कोहरा प्रभावित कर रहा एक्सप्रेस वे का काम
दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे एक्सप्रेस वे का लक्ष्य बारिश के बाद 15 फरवरी तक बढ़ा दिया गया लेकिन अब मौसम की मार की वजह से इस तिथि तक भी काम पूरा होना मुमकिन दिखाई नहीं दे रहा। परेशानी यह है कि इस समय कोहरे का समय चल रहा है।
मेरठ, जेएनएन। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे के सामने चुनौतियों पर चुनौतियां सामने आती रही हैं। अब नई चुनौती है कोहरा। एक्सप्रेस वे का लक्ष्य बारिश के बाद 15 फरवरी तक बढ़ा दिया गया, लेकिन अब मौसम की मार की वजह से इस तिथि तक भी काम पूरा होना मुमकिन दिखाई नहीं दे रहा। परेशानी यह है कि इस समय कोहरे का समय चल रहा है। 10 बजे तक भीषण कोहरा रहता है, जिसकी वजह से मशीनें डंपर या अन्य वाहन तेजी से चल नहीं पाते या फिर शून्य दृश्यता की वजह से उनके पहिए कुछ घंटे थमे रहते हैं। रात में ओस गिरने लगती है। शीत लहर चलती है और कोहरा हो जाता है ऐसे में रात में भी काम नहीं हो पाता है। दिन छोटा हो रहा है इसलिए काम करने के घंटे अब कम हो गए हैं। इसके साथ ही एक और बड़ी समस्या यह है कि डामर का कार्य भी प्रभावित हो रहा है। जितनी ज्यादा सर्दी होती है डामर का कार्य उतना ही रुकता जाता है। अगर तापमान कम होता है तो डामर खिलाने का कार्य थम जाता है इसकी वजह से डामर का कार्य नहीं हो पाता। इस समय दोपहर में डामर का कार्य होता है, लेकिन सामान्य मौसमों में यह सुबह-सुबह भी या फिर रात में भी चलता रहता है। बहरहाल कार्यदाई कंपनी कार्य में जुटी हुई है। फरवरी तक लक्ष्य को बढ़ाने में कोई मुसीबत भी नहीं है। दरअसल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पहले ही फरवरी तक का अनुमान लगाकर ही यह घोषणा की थी कि फरवरी-मार्च तक एक्सप्रेस वे का लोकार्पण किया जाएगा क्योंकि जब ऐसे प्रोजेक्ट चल रहे होते हैं तो उसमें मौसम की परेशानियों को देखते हुए भी लक्ष्य शामिल किए जाते हैं। इंजीनियरों का कहना है कि नितिन गडकरी इन सब तकनीकी पहलुओं को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं इसलिए वह किसी भी प्रोजेक्ट की पूरी स्थिति, भौगोलिक स्थिति , मौसम की स्थिति सब कुछ जान लेने के बाद ही किसी लक्ष्य के बारे में बोलते हैं । जब उन्होंने फरवरी-मार्च का समय बताया था तब सर्दी का मौसम आ गया था इसीलिए उन्होंने इसका अनुमान पहले ही कर लिया था कि अगर मौसम ज्यादा बाधा नहीं बना तो जल्दी लोकार्पण हो जाएगा। यदि मौसम बाधा बनता रहा तो भी सभी कार्य फरवरी अंत तक हो ही जाएंगे इसीलिए इंजीनियरों का दावा है कि अब कोहरा पड़े या रात में भी काम ना हो, फिर भी फरवरी तक का समय काफी है और हर हाल में 28 फरवरी तक काम तो हो ही जाएगा। फिर भी लक्ष्य 15 फरवरी तक का है इसलिए कोशिश यही रहेगी कि उससे पहले ही कार्य को पूरा करके एक्सप्रेस वे को खोलने की तैयारी कर ली जाए।