मेरठ : हरकत में आई पुलिस, अस्पतालों में तोडफ़ोड़ करने और भीड़ जुटाने पर दर्ज होगा केस

मेरठ के अस्‍पतालों में कोरोना के मरीजों को हो रही मारपीट और तोड़फोड़ पर पुलिस भी हरकत में आ गई है। एसएसपी ने कह दिया है कि किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। अस्पतालों में भीड़ जुटाने और तोडफ़ोड़ करने वाले लोगों पर केस दर्ज होगा।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 05:30 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 05:30 PM (IST)
मेरठ : हरकत में आई पुलिस, अस्पतालों में तोडफ़ोड़ करने और भीड़ जुटाने पर दर्ज होगा केस
मेरठ में पुलिस डाक्‍टरों को सुरक्षा मुहैया कराएगी।

मेरठ, जेएनएन। मेरठ में अस्पतालों में हो रही मारपीट और तोडफ़ोड़ की घटना को लेकर पुलिस हरकत में आ गई है। एसएसपी ने स्पष्ट कर दिया कि किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। अस्पतालों में भीड़ जुटाने और तोडफ़ोड़ करने वाले लोगों पर मुकदमा दर्ज होगा। दो दिनों में मेडिकल समेत तीन अस्पतालों में तोडफ़ोड़ और मारपीट की घटनाएं हो चुकी है।

न्‍यूटिमा में हुआ था हंगामा

गंगानगर के एप्ससनोवा और मेडिकल थाने के न्यूटिमा अस्पताल में आक्सीजन की कमी के चलते मरीजों की मौत पर भीड़ का आक्रोश बढ़ गया। मरीजों के तीमारदारों ने अस्पताल में तोडफ़ोड़ कर स्टाफ के साथ मारपीट तक कर डाली। दोनों अस्पताल प्रशासन ने मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। पुलिस दोनों ही मामलों में सीसीटीवी के आधार पर जांच कर रही है। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि अस्पताल रोजाना आक्सीजन की कमी दिखा रहे हैं, जिनकी वजह से अस्पतालों के सामने तीमारदारों की भीड़ जमा हो जाती है।

डाक्‍टरों को सुरक्षा

अस्पताल के सामने तीमारदारों की भीड़ जुटाने पर महामारी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। तोडफ़ोड़ करने और स्टाफ के साथ मारपीट करने पर कड़ी कार्रवाई होगी। डाक्टरों को सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है। चुनाव ड्यूटी से लौटने के बाद थानों में फोर्स आ जाएगा। इसके बाद सभी थाना प्रभारी फोर्स के साथ अस्पतालों का रात और दिन समय समय पर मूवमेंट करेंगे, ताकि किसी भी अस्पताल के बाहर तीमारदारों की भीड़ जमा न हो। अस्पताल प्रशासन से भी तीमारदारों से सही व्यवहार करने के निर्देश दिए जा रहे है।

थाने में करें शिकायत

एसएसपी ने बताया कि यदि मरीजों के तीमारदारों को किसी अस्पताल प्रशासन या डाक्टर अथवा स्टाफ से शिकायत है तो सीधे थाने में इसकी शिकायत कर सकता है लेकिन कानून हाथ में लेकर अस्पतालों में तोडफ़ोड़ नहीं की जाएगी।

chat bot
आपका साथी