Meerut-Bijnore Highway: कोरोना ने लगाए ब्रेक, हाईवे को चौड़ीकरण करने का काम रुका
इस बार कोरोना महामारी ने शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र होगा जिसे प्रभावित न किया हो। अब हाईवे के चौड़ीकरण को भी कोरोना ने प्रभावित कर दिया है। दो माह पहले जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूर्ण कर मेरठ-बिजनौर हाईवे के चौड़ीकरण का काम शुरू किया था।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ-बिजनौर हाईवे-119 के चौड़ीकरण का काम दो माह पहले शुरू हुआ था। कुछ किमी के रास्ते को मिट्टी डालकर चौड़ीकरण भी किया गया। ऐसे ही मेरठ-गढ़ हाईवे-709 ए के चौड़ीकरण के लिए तेजी से जमीन अधिग्रहण कर सौ करोड़ से अधिक का मुआवजा भी वितरित कर दिया गया। लेकिन अब कोरोना महामारी ने दोनों ही हाईवे के नवनिर्माण की प्रक्रिया पर ब्रेक लगा दिया है। दोनों ही हाईवे के चौड़ीकरण का काम फिलहाल रोक दिया गया है।
भराव का काम पूरा
कोरोना महामारी ने शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र होगा जिसे प्रभावित न किया हो। अब हाईवे के चौड़ीकरण को भी कोरोना ने प्रभावित कर दिया है। दो माह पहले जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूर्ण कर मेरठ-बिजनौर हाईवे-119 के चौड़ीकरण का काम शुरू किया गया था। मवाना खुर्द और इंचौली के बीच कुछ किमी का चौड़ीकरण कार्य कर मिट्टी से भराव का काम भी पूरा कर लिया गया। लेकिन अचानक कोरोना महामारी का प्रकोप बढऩे पर चौड़ीकरण का काम फिलहाल रोक दिया गया है।
यह है हालात
चौड़ीकरण के काम में लगे मजदूर भी घर लौटने लगे हैं, जबकि अन्य संबंधित लोग भी काम पर नहीं आ रहे है। ऐसा ही हाल मेरठ-गढ़ हाइवे-709ए का है। हाईवे के चौड़ीकरण के लिए पिछले कुछ माह में तेजी से भूमि का अधिग्रहण की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया गया। सौ करोड़ से अधिक का मुआजवा भी किसानों को भूमि के बदले वितरित किया गया। लेकिन कोरोना संक्रमण बढ़ते ही अधिग्रहण की प्रक्रिया थम सी गई और किसानों ने भी आना छोड़ दिया। अब कार्यालय बंद होने के कारण प्रक्रिया पूरी तरह से बंद है। एनएचएआई के अधिकारियों के अनुसार कोरोना का प्रकोप बढऩे के कारण हाईवे के चौड़ीकरण का काम बाधित हुआ है। हालात में सुधार होने पर तेजी से काम को पूरा किया जाएगा।