स्वाइन फ्लू के 20 नए मरीज मिले, कांपा स्वास्थ्य विभाग

स्वाइन फ्लू का वायरस चिकित्सकों के लिए अबूझ बनता जा रहा है। दिन और रात के बीच तापमान में अंतर बढ़ने और बारिश से वायरस के तेवर उग्र हो गए। मेरठ में स्वाइन फ्लू के 20 नए मरीज मिले।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Sun, 17 Feb 2019 11:36 AM (IST) Updated:Sun, 17 Feb 2019 11:42 AM (IST)
स्वाइन फ्लू के 20 नए मरीज मिले, कांपा स्वास्थ्य विभाग
स्वाइन फ्लू के 20 नए मरीज मिले, कांपा स्वास्थ्य विभाग
मेरठ, जेएनएन। स्वाइन फ्लू का वायरस चिकित्सकों के लिए अबूझ बनता जा रहा है। दिन और रात के बीच तापमान में अंतर बढ़ने और बारिश से वायरस के तेवर उग्र हो गए। शनिवार को मेरठ में स्वाइन फ्लू के 20 नए मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग का ब्लड प्रेशर गिर गया। प्रदेश में सर्वाधिक मरीज मिलने से मेरठ के फिजीशियन भी हैरान हैं। माइक्रोबायोलॉजी के विशेषज्ञों ने इसे एच3एन2 वायरस तक कहना शुरू कर दिया है। इंटीग्रेटेड डिसीज सर्विलांस प्रोग्राम की रिपोर्ट के मुताबिक स्ट्रेन में हल्का चेंज हुआ है।
सबसे घातक जगह मेरठ
2016 में मेरठ मरीजों के मामले में लखनऊ के बाद दूसरे, जबकि इस वर्ष पहले नंबर पर बना हुआ है। जनवरी से अब तक 824 सेंपलों की जांच में 307 मरीज मिल चुके हैं। इसमें सवा दो सौ से ज्यादा मरीज मेरठ के निवासी हैं। शनिवार को 58 सेंपलों में से 20 सेंपल में एच1एन1 वायरस पाजिटिव मिला। चिकित्सकों ने बताया कि मेरठ जनपद में घनी आबादी, गंदगी, यहां की कमजोर प्रतिरोधक क्षमता, सांस की एलर्जी, अस्थमा, शुगर एवं बीपी के मरीजों की तादाद ज्यादा होने से बड़ी आबादी बीमारी के रिस्क जोन में है। गौरतलब है कि मेरठ में जनवरी से अब तक चार मरीजों की मौत हो चुकी है।
हर अस्पताल पर लगेगा बैनर..स्वाइन फ्लू से कैसे बचें
स्वाइन फ्लू के बिगड़ते मिजाज को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी अस्पतालों एवं चिकित्सकों को स्वाइन फ्लू से बचाव की मुहिम से जोड़ा है। सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि प्रदेश में स्वाइन फ्लू के सर्वाधिक मरीज मेरठ में मिल रहे हैं। ऐसे में जागरूकता के लिए निजी क्षेत्र की सहभागिता भी जरूरी है। सभी प्राइवेट अस्पतालों एवं डाक्टरों को अपने यहां बैनर लगाना होगा। इसमें स्वाइन फ्लू संबंधी पूरी जानकारी लिखी होगी। एच1एन1 वायरस के संक्रमण से लेकर इसकी रोकथाम व मरीज के इलाज के बारे में बताया जाएगा। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने इस मुहिम में विभाग का साथ देने का भरोसा दिया है। निजी अस्पताल इसका खर्च स्वयं उठाएंगे, जबकि जिला अस्पताल व 12 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य विभाग लगाएगा।
स्वाइन फ्लू के प्रति बच्चों को किया जागरूक
मेरठ पब्लिक स्कूल की सभी शाखाओं में शनिवार को विद्यार्थियों को स्वाइन फ्लू के लक्षणों से अवगत कराया गया। बताया गया कि यदि किसी को खांसी, बुखार, खराश, बदन दर्द, डायरिया, निम्न रक्तचाप आदि होने पर चिकित्सक से संपर्क कराना चाहिए।
15,000 टेमीफ्लू भी जल्द मंगाए जाएंगे
स्वास्थ्य विभाग के ड्रग स्टोर में फिलहाल 15 हजार टेमीफ्लू टेबलेट बचे हैं, जबकि मंगलवार को इतना ही मात्र में टेबलेट और मंगाए जाएंगे। टेमीफ्लू की डोज 30, 45, 60 एवं 75 मिलीग्राम में उपलब्ध है। बच्चों के लिए दो सौ सीरप भी स्टाफ में उपलब्ध हैं।
बार-बार धोएं हाथ
सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि मेरठ में एहतियात के तौर पर ई-रिक्शा चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सभी अस्पताल स्वाइन फ्लू संबंधित बैनर लगाएंगे। स्कूलों में प्रार्थना सभा पर रोक लगाई गई है। मेडिकल में कुल मिलाकर 307 मरीजों में वायरस मिल चुका है। हाथ बार-बार धोएं।
ये है होमियो में इलाज
जिला अस्पताल में होमियोपैथिक चिकित्सक डा. विनोद द्विवेदी ने बताया कि स्वाइन फ्लू में इन्फ्लुएंजियम-30, जेल्सिेमिम-200 व यूपाटोरियम पर्फ 200 बेहद कारगर है। यह संक्रमित एवं स्वस्थ व्यक्ति दोनों के लिए कारगर है। अगर मरीज बार-बार पानी पी रहा है तो आर्सेनिकम एल्बल 200 की एक खुराक भी दें। साफ सफाई भी जरूर रखें।
ये काढ़ा भी सुरक्षा कवच
महावीर आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज के एसोसिएट प्रोफेसर डा. चंद्रचूड़ मिश्र ने बताया कि स्वाइन फ्लू वात श्लेष्मिक ज्वर है। गरम पानी पिएं, जिससे हाजमा ठीक रहेगा। गिलोय, तुलसी पत्र, हल्दी, बेर की पत्ती, काली मिर्च, अदरक की 50-50 ग्राम एक साथ उबालकर काढ़ा बनाएं। इसका 20 एमएल शहद के साथ पिएं। यह बेहद लाभकारी फामरूला है। 
chat bot
आपका साथी