Meerut Advocate Suicide Case: मेरठ में अधिवक्ताओं का आंदोलन 15 दिन के लिए स्थगित, यह रही वजह

Meerut Advocate Suicide Case अधिवक्ता ओमकार तोमर आत्महत्या मामले में नामजद हस्तिनापुर विधायक समेत 14 लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर चल रहा अधिवक्ताओं का आंदोलन 15 दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है ।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 04:11 PM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 04:11 PM (IST)
Meerut Advocate Suicide Case: मेरठ में अधिवक्ताओं का आंदोलन 15 दिन के लिए स्थगित, यह रही वजह
अधिवक्ताओं का आंदोलन 15 दिन के लिए स्थगित।

मेरठ, जेएनएन। अधिवक्ता ओमकार तोमर आत्महत्या मामले में नामजद हस्तिनापुर विधायक समेत 14 लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर चल रहा अधिवक्ताओं का आंदोलन 15 दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है। बार के पूर्व पदाधिकारियों और वरिष्ठ अधिवक्ताओं की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। तीन आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस और प्रशासनिक अफसर अधिवक्ताओं से आंदोलन को टालने की मांग कर रहे थे। जिसे ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया गया।

यह था मामला

अधिवक्ता ओमकार तोमर आत्महत्या मामले में उनके सुसाइड नोट के आधार पर 14 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इनमें हस्तिनापुर विधायक दिनेश खटीक का नाम भी शामिल है। आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दोनों बार के पदाधिकारी और सदस्य अधिवक्ताओं द्वारा संयुक्त रुप से आंदोलन और हड़ताल की जा रही थी। न्यायालय में न्यायिक कार्य के बहिष्कार के साथ-साथ अधिवक्ताओं ने रजिस्ट्री कार्यालयों में भी काम बंद करा रखा था। लगभग 15 दिन से कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी कार्यालय के सामने क्रमिक अनशन किया जा रहा था। मेरठ आए प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा के सामने भी अधिवक्ताओं ने अपनी मांग को लेकर हंगामा किया था। मंत्री के आदेश के बाद ही इस मामले में गिरफ्तारी का सिलसिला शुरू हुआ और शुक्रवार तक कुल 3 गिरफ्तारी की जा चुकी है। न्यायालय में काम न हो पाने और रजिस्ट्री बंद होने से राजस्व की हानि को देखते हुए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने अधिवक्ताओं से हड़ताल को खत्म करने की अपील की थी।

शुक्रवार को मेरठ बार के पंडित नानक चंद सभागार में पूर्व पदाधिकारियों समेत लगभग 40 वरिष्ठ अधिवक्ताओं की बैठक में आंदोलन को लेकर चर्चा की गई। मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर त्यागी और महामंत्री सचिन चौधरी ने बताया कि बैठक में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी और अधिकारियों की अपील के मद्देनजर आंदोलन को 15 दिन के लिए स्थगित किया गया है। सोमवार से न्यायालय और रजिस्ट्री के सभी कार्य विधिवत शुरू हो जाएंगे। पुलिस यदि कार्रवाई में लापरवाही करती है तो आंदोलन को फिर से शुरू कर दिया जाएगा। इसे लेकर बार पदाधिकारियों द्वारा जिला जज और पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक बैठक भी दोपहर बाद की जाएगी। 

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