बागपत स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाईयां भरपूर, चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा सेहत महकमा
Baghpat District Hospital सरकारी स्वास्थ्य केंद्र केवल छोटी-मोटी बीमारी का इलाज तो कर रहे है लेकिन गंभीर बीमारियों के लिए प्राइवेट अस्पतालों में लोगों को जाना पड़ता है। जिला अस्पताल को नहीं मिल रहा हड्डी रोग विशेषज्ञ।
बागपत, जेएनएन। विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी के कारण स्वास्थ्य सेवाएं रामभरोसे है। सीएचसी और पीएचसी का हाल न पूछो, तो ठीक होगा। दुर्भाग्य की बात तो देखिए स्वास्थ्य विभाग के पास हड्डी रोग विशेषज्ञ ही नहीं है। सरकारी स्वास्थ्य केंद्र केवल छोटी-मोटी बीमारी का इलाज तो कर रहे है, लेकिन गंभीर बीमारियों के लिए प्राइवेट अस्पतालों में लोगों को जाना पड़ता है। एक्स-रे, अल्टासाउंड या फिर सीटी स्कैन की सुविधा जिला अस्पताल में हैं।
वहीं डेंगू, मलेरियां, टाइफाइड जैसे बुखार की जांच की भी व्यवस्था है। स्वास्थ्य विभाग के पास अगर कमी है, तो विशेषज्ञ डाक्टरों की है। सीएचसी और पीएचसी का बुरा हाल है। जिला अस्पताल की बात करें तो यहां कई ऐसे विशेषज्ञ डाक्टर है, जिसकी तैनाती हो जाए तो राहत पहुंचेगी। सीएमएस डा. बीएलएस कुशवाह ने बताया कि अस्पताल में टीबी के विशेषज्ञ, हार्ट, बेहोशी, हड्डी, रेडियोलाजिस्ट, दो स्त्री रोग विशेषज्ञ, दो पुरुष इमरजेंसी मेडिकल आफिसर, चार महिला मेडिकल आफिसर, 15 स्टाफ नर्स की जरूरत है।
सीएचसी-पीएचसी पर दो विशेषज्ञों की कमी
जिले में आठ सीएचसी और 21 पीएचसी हैं। इन स्वास्थ्य केंद्रों पर केवल दो विशेषज्ञ डाक्टर है, जिनमें निश्चेतक और एक सर्जन है। बाकी एमबीबीएस डाक्टर की भरमार हैं। 65 एमबीबीएस और दस बीएएमएस डाक्टर हैं। 120 एएनएम और छह स्टाफ नर्स काम कर रही हैं। स्वास्थ्य केंद्रों पर गाइनोलाजिस्ट, फिजिशियन, आर्थो, रेडियोलाजिस्ट और निश्चेतर डाक्टरों की जरूरत है।
जिला अस्पताल में दवाओं की तो कमी नहीं है, लेकिन शासन से कुछ विशेषज्ञ डाक्टर की तैनाती कर दी जाए तो जिले की जनता का स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। वैसे हमारे यहां विशेषज्ञ डाक्टर जो भी है, वो बहुत सराहनीय काम कर रहे है।डा. बीएलएस कुशवाह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल
सीएचसी और पीएचसी में विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी नहीं है। एमबीबीएस डाक्टर इलाज कर रहे है। बेहतर चिकित्सा सुविधा दी जा रही है। अगर शासन से विशेषज्ञों की तैनाती सीएचसी पर कर दी जाएगी तो राहत पहुंचेगी। सभी डाक्टर मनोयोग से लोगों का इलाज कर रहे है। दवाओं की कमी नहीं है। बुखार से लेकर अन्य बीमारियों भरपूर मात्रा में दवा उपलब्ध हैं।
- डा. दिनेश कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी