जबरन मतांतरण के मामले में हुई गिरफ्तारियों के मामले में क्या बोले जमीयत उलेमा-ए-हिंद के कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष?
जमीयत उलेमा ए हिंद ने उमर गौतम के बेटे अब्दुल्ला उमर के अनुरोध पर यह निर्णय लिया है कि उमर गौतम की कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी । उमर गौतम मामले में मीडिया की भूमिका को बताया चिंताजनक ।
सहारनपुर, जेएनएन। जबरन मतांतरण के मामले में उमर गौतम समेत दो आरोपितों को गिरफ्तार किए जाने के मामले में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि जिस प्रकार मीडिया उमर गौतम मामले को पेश कर रहा है, वह चिंताजनक है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने उमर गौतम के बेटे अब्दुल्ला उमर के अनुरोध पर यह निर्णय लिया है कि उमर की कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी।
बुधवार को जारी बयान में मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि जिस प्रकार उमर गौतम मामले में मीडिया ट्रायल हो रहा है, ऐसा ही रवैया तब्लीगी जमात के मामले में भी अपनाया गया था। ऐसे मामलों में फंसे लोगों को जब अदालतें बरी कर देती हैं तो मीडिया खामोश हो जाता है। अदालत से न्याय मांगना सभी का मौलिक अधिकार है, कोई किसी को इससे वंचित नहीं कर सकता। मौलाना महमूद मदनी ने बताया कि जमीयत के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने लखनऊ में उमर गौतम के परिवार से मिलकर क़ानूनी मदद का आश्वासन दिया है।
अगर उमर गौतम ने कुछ गलत किया है तो उनके लिए सजा तय करना कोर्ट का काम है। वह अदालत से मीडिया ट्रायल पर रोक लगाने का भी आग्रह करेंगे, क्योंकि इस तरह का मीडिया ट्रायल दुनिया में भारत की छवि को खराब करता है। मदनी ने यह भी कहा कि सरकार सबके लिए बराबर होनी चाहिए, मुसलमानों के दिलों को चोट पहुंचाने वाले यति नरसिंहानंद जैसे लोगों पर भी कार्रवाई की बात कही जानी चाहिए।