मौलाना कलीम ने बीच में छोड़ दी थी एमबीबीएस की पढ़ाई, कई राज्यों में हैं दीनी मदरसों के संरक्षक

Maulana Kaleem arrested मौलाना कलीम सिद्दीकी का नाम इस्लामिक हस्तियों में शुमार है। मौलाना कलीम ने इंटरमीडिएट के बाद ग्रेजुऐशन किया। गांव फुलत में 35 साल पहले बनाया था अपना मदरसा। मौलाना की गिरफ्तारी पर क्षेत्र के लोगों ने साधी चुप्पी।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 07:30 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 07:30 AM (IST)
मौलाना कलीम ने बीच में छोड़ दी थी एमबीबीएस की पढ़ाई, कई राज्यों में हैं दीनी मदरसों के संरक्षक
जबरन मतांतरण के आरोप में गिरफ्तार मौलाना कलीम सिद्दीकी।

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। मतातंरण और विदेशी फंडिंग के मामले में गिरफ्तार किए गए मौलाना कलीम सिद्दीकी का नाम इस्लामिक हस्तियों में शुमार है। मौलाना कलीम ने इंटरमीडिएट के बाद ग्रेजुऐशन किया, लेकिन एमबीबीएस की पढ़ाई को छोड़कर इस्लामिक विद्वान बनने की राह पकड़ ली। गांव फुलत के अलावा भी देशभर के कई राज्यों में मौलाना दीनी मदरसों के संरक्षक है। मौलाना की गिरफ्तारी से गांव में रहस्यमयी चुप्पी है।

गांव फुलत निवासी मोहम्मद अमीन सिद्दीकी ने दो महिलाओं से निकाह किया। पहली पत्नी से मोहम्मद वकील, मोहम्मद जमील और जलीम पैदा हुए। बताते हैं कि पहली पत्नी की मृत्यु के बाद दूसरी महिला जुबैदा से निकाह किया। जिनसे मोहम्मद अलीम, मोहम्मद सलीम, मोहम्मद कलीम व मोहम्मद हलीम का जन्म हुआ। अपने पिता की दूसरी पत्नी की माैलाना कलीम सिद्दीकी तीसरी संतान है। उनकी बहन भी बताई गई है। गांव में प्रारंभिक शिक्षा हासिल करने के बाद खतौली के पिकेट इंटर कालेज से कक्षा 12वीं उत्तीर्ण किया। मेरठ कालेज से विज्ञान वर्ग बीएससी किया। इसके बाद एमबीबीएस में दाखिला छोड़कर इस्लामिक विद्वान बनने की राह पर चल पड़े।

चार संतानों के पिता हैं मौलाना

मतांतरण कराने और विदेशी फंडिंग से धन प्राप्त करने वाले मौलाना कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी होने पर चारों ओर चर्चा का बाजार गर्म है। मौलाना कलीम सिद्दीकी का निकाह महिला मुनीरा से हुआ है। उनके चार संतान हैं। जिनमें दो पुत्र अहमद सिद्दीकी और असजद हैं, जबकि दो पुत्री असमा और असना हैं। केवल असजद अविवाहित है। 15 साल पहले मौलाना ने अपना निजी ठिकाना दिल्ली के शाहीन बाग में बना लिया। गांव में उनके कुटुंब के स्वजन और बड़ा बेटा अहमद रहता है।

काफी जमीन छोड़ गए थे पुरखे

सूत्रों की माने तो मौलाना कलीम और परिवार के पास करीब 500 बीघा से अधिक भूमि है। उनके पिता केवल कृषि कार्य करते थे। गांव में मदरसे के निकट आलीशान भवन बना हुआ है, जिसमें मौलाना गांव अाने के बाद ठहरते हैं। लगभग 35 वर्ष पूर्व अपना निजी मदरसा स्थापित किया।

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