मौलाना अरशद मदनी ने लोनी प्रकरण को बताया शर्मनाक, कहा- कोरोना भी नहीं कर सका नफरत के वायरस का खात्मा
जमीयत उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष नामचीन मौलाना अरशद मदनी ने लोनी प्रकरण को बताया शर्मनाक। कहा देश की तरक्की के लिए नफरत नहीं मोहब्बत की दरकार। कुछ लोग सांप्रदायिकता फैलाकर सत्ता पर काबिज रहना चाहते हैं।
सहारनपुर, जेएनएन। जमीयत उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने गाजियाबाद के लोनी में बुजुर्ग के साथ मारपीट की घटना को शर्मनाक बताया है। कहा कि चुनाव नजदीक आते ही नफरत का खेल शुरू हो जाता है। इसका मतलब साफ है कि कुछ लोग सांप्रदायिकता फैलाकर सत्ता पर काबिज रहना चाहते हैं।
रविवार को जारी बयान में मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि लोनी व हरियाणा के मेवात समेत देश के कई हिस्सों में हाल में हुई माबङ्क्षलङ्क्षचग और धार्मिक स्थलों को खंडित किए जाने की घटनाएं चिंंतित करने वाली हैं। कहा कि लाकडाउन के दौरान लोग धर्म से ऊपर उठकर एक दूसरे की मदद कर रहे थे। महसूस हो रहा था कि कोरोना की दहशत ने सांप्रदायिकता की उस दीवार को तोड़ दिया है, जिसे सियासतदानों ने अपने फायदे के लिए खड़ा किया था। चुनाव नजदीक आते ही फिर से धर्म के नाम पर खौफनाक खेल खेला जाने लगा है।
कोरोना व लाकडाउन भी नफरत के इस वायरस को खत्म नहीं कर सके। देश के लोगों को यह बात समझनी होगी कि मोहब्बत अपने साथ अमन, तरक्की और खुशहाली लाती है, जबकि नफरत सिर्फ तबाही मचाती है।