मेरठ : मंडलायुक्त का सख्‍त निर्देश, वरिष्ठ अधिकारी फील्ड में निकलकर कंट्रोल करें कोरोना

कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने कहा कि मंडल के कुछ जनपदों में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। उसपर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी फील्ड में निकलें और कोरोना नियंत्रण के लिए सख्ती से काम कराएं।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 01:13 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 01:13 PM (IST)
मेरठ : मंडलायुक्त का सख्‍त निर्देश, वरिष्ठ अधिकारी फील्ड में निकलकर कंट्रोल करें कोरोना
मेरठ में मड़लायुक्‍त का सख्‍त निर्देश जारी। फाइल फोटो

मेरठ, जेएनएन। कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने कहा कि मंडल के कुछ जनपदों में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। उसपर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी फील्ड में निकलें और कोरोना नियंत्रण के लिए सख्ती से काम कराएं। कमिश्नर ने कहा कि मेरठ समेत कई जनपद एंटीजन टेस्ट के लक्ष्य भी पूरे नहीं कर रहे हैं। यह गंभीर लापरवाही है। एंटीजन का लक्ष्य पूरा करने तथा आरटीपीसीआर की जांच रिपोर्ट जल्द से जल्द उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

गुरुवार रात में ऑनलाइन समीक्षा बैठक में उन्होंने मंडल के सभी जनपदों के डीएम, सीएमओ और अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि मंडल में अब आक्सीजन की कमी नहीं है। लिहाजा सभी अस्पतालों में आक्सीजन बेड की संख्या को दस फीसद बढ़ाया जाए। बड़ी संख्या में आक्सीजन बेड अभी खाली भी हैं। अभी तक मरीज आक्सीजन बेड के लिए अस्पतालों में भटक रहे हैं। अब बदले हालात में गंभीर मरीजों को घरों से लाकर अस्पताल में भर्ती कराया जाए। लोगों से अस्पताल आने की अपील करें। ताकि मृत्युदर कम हो सके। गरीब मरीजों को सरकारी अस्पतालों में अच्छा इलाज सुनिश्चित किया जाए। कमिश्नर ने कहा कि सभी जनपदों में ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा आक्सीजन बेड की व्यवस्था अगलेदो दिन में कर ली जाए। शुक्रवार को उन्होंने मेरठ और बागपत जनपदों का निरीक्षण करने की घोषणा की। गुरुवार को उन्होंने गाजियाबाद और नोएडा के ग्रामीण क्षेत्रों में आक्सीजन बेड की उपलब्धता का निरीक्षण किया। मेरठ के साथ बुलंदशहर और बागपत के ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण की दर बढ़ी है। स्थानीय अधिकारी सक्रियता से काम करें। अस्पतालों को पूरी क्षमता से संचालित किया जाए। गांवों में नवनियुक्त प्रधानों की मदद से लोगों को जांच, उपचार के लिए जागरूक किया जाए।

मेडिकल कालेज में परेशान न हों तीमारदार

समीक्षा बैठक में कमिश्नर ने कहाकि मेरठ मेडिकल कालेज में पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से अनाउंसमेंट कराया जाए। तीमारदारों को आने वाली समस्याओं का समुचित समाधान कराया जाए। किसी भी दशा में मरीजों के तीमारदार परेशान न हो। यहां वहां न भटके और कोई अव्यवस्था ना हो।

बेड बढ़ाएं और मरीजों को घर से लाकर भर्ती कराएं

एक मरीज के कम से कम 25 कांटेक्ट करें ट्रेस

जिलाधिकारी के. बालाजी ने गुरुवार शाम जनपद में कोरोना संक्रमण की रोकथाम को किए जा रहे प्रयासों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कंटेनमेंट जोन सख्ती के साथ निर्धारित करने तथा उनमें नियमों का सख्ती के साथ पालन कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रत्येक संक्रमित मरीज के कम से कम 25 कांटेक्ट को ट्रेस किया जाए। उनकी जांच सुनिश्चित की जाए। होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करा रहे मरीजों को मेडिकल किट अवश्य उपलब्ध कराने तथा घर और अस्पताल में रहने वाले मरीजों से रोजाना बात करने का निर्देश भी दिया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी शशांक चौधरी, अपर जिला अधिकारी नगर अजय तिवारी, अपर जिलाधिकारी प्रशासन मदन सिंह गब्र्याल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन, उपजिला अधिकारी मवाना कमलेश गोयल, सरधना अमित भारतीय, सर्विलांस अधिकारी डा अशोक तालियान उपस्थित रहे। 

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