आइसोलेशन वार्ड में फटे गद्दे व पंखा न देख बिफरे मंडलायुक्त
सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा कोरोना महामारी से निपटने की समीक्षा के बाद से आलाधिकारी भी निरीक्षण में जुट गए हैं।
मेरठ,जेएनएन। सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा कोरोना महामारी से निपटने की समीक्षा के बाद से आलाधिकारी सक्रिय हैं। गत दिवस जिलाधिकारी के. बालाजी द्वारा सीएचसी मवाना का निरीक्षण करने के दूसरे दिन मंगलवार को मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह व विधायक दिनेश खटीक पहुंचे। जहां आइसोलेशन वार्ड में बेड पर पड़े गद्दे टूटे होने, पंखे नहीं होने समेत तमाम खामियां मिलने पर मंडलायुक्त ने कड़ी नाराजगी जताई। सीएचसी प्रभारी से वार्ड में एसी लगाने के भी आदेश दिए। वहीं, निलोहा, रामराज व बहसूमा में पीएचसी में व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हुए।
मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह व विधायक दिनेश खटीक मंगलवार दोपहर सीएचसी मवाना पहुंचे। जहां मौजूद लाइन में लगे रोगियों से दवाई निश्शुल्क मिलने आदि की जानकारी ली। उसके बाद आइसोलेशन वार्ड गए जहा बेड पर फटे गद्दे, सफेद चादर से छिपाए हुए मिले। उन्होंने तुरंत उक्त गद्दों को बदलने के निर्देश दिए। कमरों में पंखे नहीं होने पर सीएचसी प्रभारी सतीश भास्कर को आड़े हाथ लिया। तत्पश्चात वह वैक्सीनेशन रूम और वेटिग रूम में गए जहां खिड़की पर जाली सही कराने और वहां एलईडी लाइट को नियमित चालू रखने के निर्देश दिए। उधर, अभी तक सीएचसी के इस वार्ड में कोरोना का कोई भी मरीज एडमिट नहीं होने पर सवाल किया। सीएचसी प्रभारी ने मवाना ब्लाक में 340 एक्टिव केस बताए। कहा कि सभी रोगी होम आइसोलेशन में हैं। आशा व संगनियों के माध्यम से घर-घर कोविड किट मुहैया कराने की बात कही। उसके बाद निलोहा, बहसूमा, रामराज पीएचसी गए लेकिन वहां की व्यवस्था भी संतोषजनक नहीं मिलीं।
बायो वेस्टेज कूड़े के ढेर में डालने पर होगी एफआइआर
कूड़े के के ढेर में बायो वेस्टेज मिलने पर मंडलायुक्त ने नाराजगी जताई। उन्होंने कूड़े के साथ बायो वेस्टेज डालने पर एफआइआर दर्ज कराने के आदेश दिए। आइसोलेशन वार्ड के बराबर वाले रूम में शौचालय की टोंटी टूटी व टाइल्स जगह-जगह क्षतिग्रस्त मिलीं। मंडलायुक्त ने घटिया सामग्री से निर्माण कराने पर ठेकेदार के खिलाफ जांच कराकर एफआइआर दर्ज कराने के आदेश दिए।
अंधेरे में होता मिला वैक्सीनेशन, सफाई व्यवस्था भी लचर
मंडलायुक्त बाद में निलोहा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। जहां बिजली आपूर्ति ठप मिली। उन्होंने कहा कि जब यहां दिन में लाइट नहीं है तो रात में कैसे होता होगा। उन्होंने मोबाइल की लाइट में वार्ड को देखा। वहीं, वैक्सीनेशन भी अंधेरे में होती मिली। यहां मौजूद पीएचसी प्रभारी डा.उमेश शर्मा से बिजली व्यवस्था दुरूस्त कराने, कम से कम दो आक्सीजन सिलेंडर यहां रखने के आदेश दिए। उधर, बीडीओ सुरेंद्र कुमार को नियमित सफाई कराने और श्रमदान कर भवन के रखरखाव बेहतर रखने को कहा।
बहसूमा व रामराज पीएचसी का भी निरीक्षण
मंडलायुक्त व विधायक के साथ बहसूमा व रामराज पीएची पहुंचे और वैक्सीनेशन व कोविड के एक्टिव केसों के विषय में जानकारी हासिल की।