कैंट में मंगलवार को भी बंद रहे प्रमुख रास्ते

छावनी क्षेत्र में सेना की ओर से बंद किए गए रास्तों में मंगलवार को थोड़ी राहत मिली।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 04:00 AM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 07:26 AM (IST)
कैंट में मंगलवार को भी बंद रहे प्रमुख रास्ते
कैंट में मंगलवार को भी बंद रहे प्रमुख रास्ते

जेएनएन, मेरठ। छावनी क्षेत्र में सेना की ओर से बंद किए गए रास्तों में मंगलवार को थोड़ी राहत जरूर दी गई लेकिन प्रमुख रास्ते बंद ही रहे। सेना ने दिन में रणवीर चौक से भगत चौक व कैंट रेलवे स्टेशन जाने की ओर एक तरफ का रास्ता खोला थे। इसी तरह भगत चौक से माल रोड में प्रवेश के लिए भी एक ओर का रास्ता, दूसरी ओर टैंक चौराहे से माल रोड में प्रवेश के लिए भी एक तरफ का रास्ता खोलते हुए कुछ गाड़ियों को प्रवेश की अनुमति दी गई। हालांकि शाम के बाद से इन रास्तों को भी प्रतिबंधित कर दिया गया। इसके अलावा अन्य रास्ते अब भी बंद ही हैं। इनमें सिटी स्टेशन से कैंट की ओर जाने वाले रास्ते में रामताल वाटिका रेलवे फाटक के पास लगी बैरिकेडिग अब भी मौजूद है। भूसा मंडी की ओर से मिलिट्री अस्पताल की ओर जाने वाला रास्ता भी बंद है। वहीं, औघड़नाथ मंदिर से सिटी स्टेशन जाने वाले रास्ते पर भी आवाजाही दिनभर बंद रही। दूसरी ओर, औघड़नाथ मंदिर चौराहे से शीशे वाले गुरुद्वारे की ओर जाने वाला रास्ता भी बंद ही है। सेना रास्तों को चरणवार खोलेगी लेकिन उसकी कोई समय-सीमा तय नहीं की है। किसानों को वाट्सएप ग्रुप पर दें खरीफ फसलों की जानकारी

जेएनएन, मेरठ। अपर मुख्य सचिव (कृषि) देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि खरीफ फसलों की जानकारी देने के लिए किसानों को वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा जाए। किसानों को एकत्र न कर उन्हें आवश्यक जानकारी वाट्सएप पर भेजी जाए। कीट आदि की समस्या का फोटो मंगवाकर प्राथमिकता से निदान कराया जाए। मंगलवार को लखनऊ कृषि निदेशालय की ओर से वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से 'द मिलियन फारमर्स स्कूल' किसान पाठशाला 4.0 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। अपर मुख्य सचिव ने कृषि अधिकारियों को खरीफ फसलों की जानकारी दी। मेरठ कलक्ट्रेट स्थित एनआइसी में उप कृषि निदेशक ब्रजेश चंद्र, जिला कृषि अधिकारी प्रमोद सिरोही, मृदा स्वास्थ्य परीक्षण प्रयोगशाला के निदेशक प्रबोध कुमार, संभागीय कृषि प्रसार व भूमि संरक्षण अधिकारी चमन सिंह, गन्ना विभाग से उपेंद्र कुमार मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी