बाधाओं के बादल छंटे, मेरठ से उड़ेगा 19 सीटर विमान, मुख्यमंत्री को भेजा प्रस्ताव
मेरठ से हवाई उड़ान की मुख्य बाधा खत्म हो गई है । एनओसी के अभाव में अटकी थी उड़ान खत्म हुआ जीएमआर का दावा । नागरिक उड्डयन मंत्री ने की बैठक प्रस्ताव बनाकर मुख्यमंत्री को भेजा है ।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ से हवाई उड़ान की मुख्य बाधा खत्म हो गई है। अब जल्द यहां से उपलब्ध जमीन में ही 19 सीटर विमान और एयर टैक्सी उड़ान भरने लगेंगी। नागरिक उड्डयन विभाग ने इसका सैद्धांतिक प्रस्ताव बनाकर मुख्यमंत्री की स्वीकृति के लिए भेज दिया है। इसे जल्द स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया ने भी मेरठ में उड़ान के लिए सर्वे और एनओसी प्राप्त करने की तैयारी शुरू कर दी है। 31 मार्च तक उन्हें अपनी रिपोर्ट प्रदेश सरकार को सौंपनी है।
शनिवार को परतापुर हवाई पट्टी पर प्रदेश के नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने नागरिक उड्डयन निदेशक सुरेंद्र सिंह और एएआइ के रीजनल एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डीके कामरा समेत सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर बैठक की। नागरिक उड्डयन निदेशक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि भारत सरकार के नियमानुसार, दिल्ली एयरपोर्ट से 150 किमी तक कोई भी नया एयरपोर्ट शुरू करने के लिए दिल्ली में एयरपोर्ट संचालन करने वाली कंपनी जीएमआर से एनओसी लेना जरूरी होता है। उसी कंपनी को पहला अवसर भी दिया जाता है। अभी तक मेरठ में एयरपोर्ट और व्यवसायिक हवाई उड़ान के लिए जीएमआर से अनुमति नहीं मिलना सबसे बड़ी बाधा थी। अब जीएमआर का दावा खत्म हो गया है। मेरठ से 19 सीटर विमान और एयर टैक्सी उड़ान में उसने रुचि नहीं दिखाई है। सरकार यहां सबसे पहले 19 सीटर विमान की सेवा शुरू करके इसे लखनऊ, दिल्ली आदि शहरों से जोडऩा चाहती है। यहां इसके लिए पर्याप्त जमीन है। सैद्धांतिक सहमति के लिए इसका प्रस्ताव मुख्यमंत्री के पास भेज दिया है।
बैठक में जिलाधिकारी के बालाजी, एमडीए सचिव प्रवीण अग्रवाल, एडीएम भूमि अध्याप्ति सुल्तान अशरफ सिद्दीकी, एडीएम वित्त सुभाष चंद्र प्रजापति, सिटी मजिस्ट्रेट एसके सिंह, एसडीएम सदर संदीप भागिया, डीएफओ, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मोहम्मद तारिक आदि मौजूद रहे।
एएआइ से 31 मार्च तक मांगी रिपोर्ट
बैठक में नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि अब एएआइ यहां सुरक्षित सफर व अन्य व्यवस्थाओं के लिए सर्वे और विभिन्न एजेंसियों से एनओसी प्राप्त कर 31 मार्च तक अपनी रिपोर्ट सरकार को उपलब्ध कराये।
एएआइ ने शुरू किया काम
एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के रीजनल एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डीके कामरा ने बताया कि जीएमआर की बाधा खत्म होने के बाद अब एएआइ ने अपना काम शुरू कर दिया है। 19 सीटर विमान और एयर टैक्सी की उड़ान में भवन और अन्य स्ट्रक्चर बाधा न बने, इसके लिए ओएलएस सर्वे कराया जाएगा। उपलब्ध जमीन की नए सिरे से पैमाइश होगी। एयरपोर्ट के लिए आवश्यक भवन, सुरक्षा आदि को लेकर विभिन्न एजेंसियों से एनओसी और अनुमति ली जाएगी। मेरठ से जल्द से जल्द उड़ान शुरू करने के लिए मोबाइल एटीसी टावर कुशीनगर से मेरठ लाया जाएगा।
पराग ने नए प्लांट के लिए मांगी एनओसी
बैठक के दौरान गगोल दुग्ध संघ (पराग) के महाप्रबंधक विकास बालियान ने पराग के नए प्लांट के भवन निर्माण के लिए एनओसी मांगी। एयरपोर्ट निर्माण के चलते इस भवन को एएआइ से एनओसी चाहिए, जो नहीं मिल पा रही है। नागरिक उड्डयन मंत्री ने उन्हें एएआइ को आवेदन भेजने का निर्देश दिया। एएआइ सर्वे के बाद इसकी अनुमति देगी।