मुजफ्फरनगर में गौड़ीय मठ के महंत और शिष्‍य को भेजा जेल, मेडिकल जांच में बाल यौनाचार की हुई थी पुष्टि Muzaffarnagar News

शुकतीर्थ के गौड़ीय मठ के महंत और शिष्‍य को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार किया था। इन दोनों पर बाल यौनाचार की पुष्टि हो गई है। पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है।

By Prem BhattEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 09:21 PM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 09:52 AM (IST)
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मुजफ्फरनगर, जेएनएन। शुकतीर्थ के गौड़ीय मठ के महंत और शिष्‍य पर मेडिकल जांच के बाद आरोप की पुष्टि होने पर गुरुवार को पुलिस ने इनकों गिरफ्तार किया था। जिसके बाद से इनसे इस संबंध में जानकारी जुटाना व पूछताछ का कार्य चल रहा था। आज महंत भक्ति भूषण व उसके शिष्य श्रीधर को बच्चों का यौन शोषण व मारपीट के आरोप में कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया। पुलिस ने इस दौरान कई तरह के सवाल जवाब किए।

चार बच्चों के साथ यौन शोषण की पुष्टि हुई थी

भोपा थानाक्षेत्र के शुकतीर्थ स्थित गौड़ीय मठ आश्रम में बीते मंगलवार की शाम बंधक बनाने की शिकायत पर चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने मठ से त्रिपुरा व मिजोरम के 10 बच्चों को मुक्त करा बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को सौंप दिया था। बच्चों ने सीडल्ब्यूसी के समक्ष मठ के महंत पर मारपीट करने, कठिन परिश्रम कराने व यौन शोषण करने के आरोप लगाये थे। मेडिकल जांच में चार बच्चों के साथ यौन शोषण की पुष्टि हुई थी।

यौन शोषण करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज 

चाइल्ड हेल्पलाइन की समन्वयक राखी देवी ने गुरुवार देर शाम भोपा थाने पर गौड़ीय मठ के महंत भक्ति भूषण पर उसके सहयोगी पर बच्चों का शारीरिक, मानसिक व यौन शोषण करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद कार्रवाई के डर से आश्रम छोड़कर भागने की सूचना पर पुलिस ने आरोपित भक्ति भूषण व शिष्य श्रीधर को गिरफ्तार कर लिया था।

एसपी देहात नेपाल सिंह व सीओ राजेश कुमार द्विवेदी ने दोनों आरोपित गुरु-शिष्य से घंटों पूछताछ की थी। प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार ने बताया की आरोपित महंत भक्ति भूषण व शिष्य श्रीधर को शुक्रवार को मेडिकल परीक्षण के बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।

असम के हैं शिष्य श्रीधर

मठ के महंत भक्ति भूषण के शिष्य श्रीधर मूलरूप से असम के हेलाकांडी जिले के हैं और इनका नाम खगेनंद्र है। वर्ष 2011 में वृंदावन मठ से भक्ति भूषण महाराज इन्हें अपने साथ लाए थे। दीक्षा के बाद इनका नाम क्षितीपावन तथा संन्यास लेने के बाद नाम भक्ति भूषण श्रीधर महाराज हो गया। 22 वर्षीय श्रीधर ही मठ का सारा काम देखते थे। 

आश्रम से मुक्त बच्चों के  हुए बयान, भेजे जाएंगे घर

शुकतीर्थ स्थित गौड़ीय मठ से मुक्त कराए गए 10 बच्चों के मेडिकल के बाद शुक्रवार को सभी बच्चों के मजिस्ट्रेट के सामने 164 के बयान दर्ज कराए गए। बाल कल्याण समिति ने बच्चों को उनके घर भेजने के निर्देश दिए और स्वजनों के आने तक बच्चों को जिला प्रोबेशन विभाग की देखरेख में बाल संप्रेक्षण गृह मे रखने को कहा। जिला प्रोबेशन अधिकारी मो. मुश्फेकिन ने बताया कि बच्चों को घर भेजने की तैयारी शुरू कर दी गई है। उनके स्वजनों को सूचना दी गई है। 

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