कलीम के रिश्तेदारों के घर लटके मिले ताले, मोबाइल भी बंद

मौलाना कलीम की गिरफ्तारी के बाद जहां सुरक्षा एजेंसियों की जांच आगे बढ़ रही है वहीं रिश्तेदारों को भी पूछताछ का डर सताने लगा है। मेरठ में रह रहे कलीम के भाई जहां बुधवार को उनके सिलसिले में अफसरों से मिल रहे थे गुरुवार को घर पर ताला लगाकर कहीं चले गए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 08:50 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 08:50 AM (IST)
कलीम के रिश्तेदारों के घर लटके मिले ताले, मोबाइल भी बंद
कलीम के रिश्तेदारों के घर लटके मिले ताले, मोबाइल भी बंद

मेरठ, जेएनएन। मौलाना कलीम की गिरफ्तारी के बाद जहां सुरक्षा एजेंसियों की जांच आगे बढ़ रही है, वहीं रिश्तेदारों को भी पूछताछ का डर सताने लगा है। मेरठ में रह रहे कलीम के भाई जहां बुधवार को उनके सिलसिले में अफसरों से मिल रहे थे, गुरुवार को घर पर ताला लगाकर कहीं चले गए। उनका फोन भी बंद आ रहा है।

मतांतरण मामले में एटीएस ने मुजफ्फरनगर निवासी मौलाना कलीम सिद्दीकी को मेरठ से उस समय गिरफ्तार कर लिया था, जब वह लिसाड़ी गेट क्षेत्र के एक मदरसे में आयोजित कार्यक्रम से लौट रहे थे। उनके लापता होने के बाद सदर निवासी भाई बुधवार सुबह एसएसपी और कप्तान से मिले थे। हालांकि कुछ देर बाद ही उनकी गिरफ्तारी की सूचना मिल गई थी। जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों की जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है। करीबियों और रिश्तेदारों के साथ ही उनके संपर्क के लोग भी रडार पर हैं। इसके चलते ही उनके भाई अपने घर पर ताला लगाकर कहीं चले गए हैं। इसकी जानकारी पड़ोसियों को भी नहीं है। उनका मोबाइल फोन भी बंद आ रहा है। इनके अलावा अन्य कुछ रिश्तेदार भी किसी को बताए बिना शहर से चले गए हैं।

पड़ोसी भी बोलने को तैयार नहीं

सदर क्षेत्र में मौलाना कलीम के भाई रहते हैं। उनसे बातचीत के लिए जब जागरण संवाददाता घर पहुंचे तो ताला लगा मिला था। इस दौरान आसपास के लोगों से बातचीत की तो उन्होंने इस बात की तो तस्दीक कर दी कि घर यही है, लेकिन इससे ज्यादा कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थे। उन्होंने न तो मौलाना के बारे में कुछ बोला और ना ही उनके भाई के बारे में बातचीत की। घर के अंदर से बुलाने का प्रयास किया तो आने से ही इन्कार कर दिया।

स्थानीय फंडिग को खंगाला जा रहा

मौलाना की संस्था को देश-विदेश से करोड़ों में फंडिग होती थी। उनका हर जगह आना-जाना लगा रहता था। मेरठ भी वे आते-जाते थे। इसके चलते ही स्थानीय स्तर पर उनकी संस्था को हुई फंडिग के बारे में भी जानकारी एकत्र की जा रही है। साथ ही उनसे जुड़े लोगों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है। इसके चलते ही कुछ लोग भूमिगत होने की बात भी सामने आ रही है।

जनपद में दर्ज हुए तीन मुकदमे

जिले में मतांतरण के तीन मुकदमे दर्ज हुए हैं। इनमें से एक मुंडाली थाने में तो दूसरा कंकरखेड़ा में और तीसरा सरधना थाने में दर्ज हुआ था। तीनों ही मामलों पर अब फिर से फोकस किया गया है। उनके बारे में भी पता लगाया जा रहा है कि कहीं ये मतांतरण के मामले मौलाना कलीम से तो जुड़े हुए नहीं है। साथ ही खुफिया विभाग को भी अलर्ट कर दिया गया है।

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