Pollution News: मुजफ्फरनगर में प्रदूषण फैला रहीं पेपर मिलें, नियंत्रण बोर्ड ने लगाया 97 लाख का जुर्माना
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जनपद की पेपर मिलों पर बड़ी कार्रवाई की है। बोर्ड ने एक साथ 24 पेपर मिल पर 97 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। यह पेपर मिल दो नालों में दूषित एवं रंगीन जल बहा रही थी।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जनपद की पेपर मिलों पर बड़ी कार्रवाई की है। बोर्ड ने एक साथ 24 पेपर मिल पर 97 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। यह पेपर मिल दो नालों में दूषित एवं रंगीन जल बहा रही थी, जबकि सड़क किनारे बड़ी मात्रा में प्लास्टिक और पॉलिथिन का नियम विरूद्ध भंडारण कर रही है। इसके चलते इन्हें सामूहिक रूप से प्रदूषण फैलाने का दोषी माना गया है।
नालों में बह रहा दूषित जल
जानसठ मार्ग क्षेत्र से धंधेड़ा और जट मुझेड़ा नाला गुजर रह है। इन नालों में पेपर मिलों का दूषित जल बहाया जा रहा है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मुजफ्फरनगर-सहारनपुर संयुक्त टीम ने एक अक्टूबर को दोनों नाले की जांच की थी। जिसमें नालों में कैंसरकारक पानी बहता पाया गया है। इसके बाद लगातार टीम भेजकर जांच होती रही है। साथ ही जानसठ रोड पर सड़क के दोनों किनारों पर प्लास्टिक का कचरा, पॉलिथिन का अवैध रूप से भंडारण पाया गया। इस मामले की आख्या लखनऊ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भेजी गई।
सभी पेपर मिलों पर लगा जुर्माना
रिपोर्ट के आधार पर मंगलवार को बोर्ड मुख्यालय ने 24 पेपर मिलों को सामूहिक रूप से जल प्रदूषण, भू-गर्भ को प्रभावित करने का दोषी माना है। इसके चलते सभी पेपर मिलो पर 97 लाख रूपये का जुर्माना लगाया गया है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी अंकित सिंह ने बताया कि पंद्रह दिन में व्यवस्था दुरुस्त नहीं करने पर एक पेपर मिल पर औसत अनुरूप से 25 से 30 हजार रूपये का जुर्माना अतिरिक्त प्रतिदिन वसूला जाएगा। ईपीसीए के चेयरमैन भूरेलाल के निरीक्षण के बाद क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लगातार कार्रवाई में लगा हुआ है। इसके साथ ही पेपर मिल, लोहा उद्योगों पर भी कार्रवाई की तैयारी की गई है।