गोबर के दीये फैला रहे समृद्धि का प्रकाश

गाय के गोबर व गोमूत्र से पूजा सामग्री के साथ देवी-देवताओं की मूर्ति का निर्माण कर अर्चना तोमर ने महिलाओं के लिए स्वरोजगार का नया रास्ता खोल दिया है। गाय के गोबर से बने दीये व देवी-देवताओं की मूर्ति की मांग खूब बढ़ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 10:59 AM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 10:59 AM (IST)
गोबर के दीये फैला रहे समृद्धि का प्रकाश
गोबर के दीये फैला रहे समृद्धि का प्रकाश

मेरठ, जेएनएन। गाय के गोबर व गोमूत्र से पूजा सामग्री के साथ देवी-देवताओं की मूर्ति का निर्माण कर अर्चना तोमर ने महिलाओं के लिए स्वरोजगार का नया रास्ता खोल दिया है। गाय के गोबर से बने दीये व देवी-देवताओं की मूर्ति की मांग खूब बढ़ रही है। जनपद के साथ बाहर से भी आर्डर मिल रहे हैं। गोबर के दीये बनाने से दस महिलाओं को रोजगार भी दिया जा रहा है।

कीर्ति पैलेस कालोनी निवासी अर्चना तोमर ने गढ़ रोड स्थित समयपुर में जमीन खरीदी और देसी गाय नाम से डेयरी शुरू की। गाय के पालन को लेकर विभिन्न मंचों पर सम्मानित हो चुकीं अर्चना को वर्ष 2018 में इंवेस्टर समिट में प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित किया था। वर्तमान में 10 महिला व 15 पुरुषों को उनकी इस डेयरी के माध्यम से रोजगार मिल रहा है। डेयरी में गिर व साहीवाल प्रजाति की 150 गाय हैं।

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बन रहीं मूर्ति और दीये

गाय के गोबर से निर्मित दीपक, शुभ-लाभ, लक्ष्मी चरण, पूजा का आसन, लक्ष्मी-गणेश, रंगोली आदि सामान बनाया जा रहा है। तीन सप्ताह में मेरठ के अलावा गाजियाबाद, दिल्ली, गौतमबुद्धनगर से भी सामान लेने के लिए लोग यहां पहुंचे है। बता दें कि गाय के गोबर व गोमूत्र से पूजा सामग्री के साथ देवी-देवताओं की मूर्ति का निर्माण कर अर्चना तोमर ने महिलाओं के लिए स्वरोजगार का नया रास्ता खोल दिया है। गाय के गोबर से बने दीये व देवी-देवताओं की मूर्ति की मांग खूब बढ़ रही है।

महिलाएं भी गाय पालन कर स्वाबलंबन का रास्ता खुद तय कर सकती हैं। गाय से प्राप्त होने वाली हर वस्तु का प्रयोग बेहतर हो सकता है। यही कारण है कि गोबर से बनाए गई सामग्री की खूब मांग बढ़ रही है।

-अर्चना तोमर, डेयरी संचालक

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