चिंदौड़ी में तेंदुआ.. घरों की छत पर मिले खून के निशान

लावड़ क्षेत्र के चिदौड़ी गांव में कई दिन से तेंदुए की दहशत है। भयभीत किसान ख्

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 07:45 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 07:45 AM (IST)
चिंदौड़ी में तेंदुआ.. घरों की  छत पर मिले खून के निशान
चिंदौड़ी में तेंदुआ.. घरों की छत पर मिले खून के निशान

मेरठ, जेएनएन। लावड़ क्षेत्र के चिदौड़ी गांव में कई दिन से तेंदुए की दहशत है। भयभीत किसान खेतों पर नहीं जा पा रहे। जबकि कई मकानों की छतों पर खून से सने पंजे के निशान मिले हैं। आलम यह है कि लोगों को दिन-रात जागकर डंडे और हथियार लेकर घरों के बाहर पहरा देना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुआ अभी तक कई जानवरों को निवाला बना चुका है।

गांव में कई दिन से सक्रिय तेंदुए को पकड़ने में अभी तक वन विभाग की टीम को भी सफलता नहीं मिली है। ग्रामीणों का दावा है कि सोमवार रात व मंगलवार को क्षेत्र के तीन अलग-अलग स्थानों पर तेंदुआ देखा गया। मकानों की छत पर खून से सने पंजे के निशान देखकर माना जा रहा है कि तेंदुआ घायल है।

ग्रामीणों का आरोप- खानापूरी कर वापस लौट गई वन विभाग की टीम

मंगलवार को चिदौड़ी गांव निवासी बीरपाल, दीपक, मुकेश, सुमित आदि ने बताया कि एक तेंदुआ गांव और जंगल में कई दिन से सक्रिय है। तेंदुआ कई जानवरों- गीदड़ व कुत्तों को अपना निवाला बना चुका है। ग्रामीणों का कहना है कि जिन लोगों ने देखा है, उन्होंने वीडियो भी बनाया। वन विभाग की टीम भी कई बार पहुंच चुकी है, मगर खानापूरी कर वापस लौट गई। ग्रामीणों की मानें तो तेंदुआ कई मकानों की छतों के ऊपर से होकर भी गुजरा है। लोग बच्चों को घर से बाहर नहीं भेज रहे।

वन विभाग के अधिकारी बोले, जंगली बिल्ली के पंजे के निशान

वन विभाग सरधना के रेंजर संजय कुमार चौधरी का कहना है कि ग्रामीणों की शिकायत पर टीम चिंदौड़ी गांव गई थी। जांच में पाया गया कि वहां अक्सर जंगली बिल्ली घूमती रहती है और पंजे के निशान भी उसी के हैं। फिर भी ग्रामीणों को सतर्क रहने को बोला गया है।

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