जल्द ही घर बैठे बनेगा लर्निग ड्राइविंग लाइसेंस
जनपद में आवेदकों को अब लर्निग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए संभागीय परिवहन कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। बाराबंकी में आनलाइन लर्निग लाइसेंस बनवाने की पायलट प्रक्रिया सोमवार से शुरू होने जा रही है।
मेरठ, जेएनएन। जनपद में आवेदकों को अब लर्निग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए संभागीय परिवहन कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। बाराबंकी में आनलाइन लर्निग लाइसेंस बनवाने की पायलट प्रक्रिया सोमवार से शुरू होने जा रही है। इसके तहत घर बैठे ही लोग लर्निग लाइसेंस का प्रिंट आउट ले सकेंगे। अभी तक बायोमीट्रिक और कंप्यूटर पर टेस्ट देने के लिए कार्यालय आना पड़ता था। कई बार दलाल लाइसेंस बनवाने के नाम पर आवेदकों से मोटी रकम ऐंठ लेते हैं। आरटीओ हिमेश तिवारी ने बताया कि पायलट प्रक्रिया में व्यवाहारिक दिक्कतों को देखकर उसका समाधान किया जाएगा। इसके बाद उसे लागू किया जाएगा। सारथी फोर साफ्टवेयर लागू करने की प्रक्रिया आरंभ हो गई है। साफ्टवेयर अपग्रेड होते ही घर बैठे लाइसेंस बनना शुरू हो जाएगा। स्थायी लाइसेंस की प्रक्रिया पूर्व की तरह जारी रहेगी।
सितंबर का मिल रहा स्लाट
लर्निग लाइसेंस के वर्तमान में 200 स्लाट हैं। सितंबर के अंतिम सप्ताह में स्लाट बुक हो रहा है। ऐसे में लाइसेंस के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
आइएमए महिला विंग की टीम बनी : आइएमए हाल में शुक्रवार को महिला विंग का गठन कर लिया गया। डा. रेनू भगत को पैट्रन व डा. अनुपम सिरोही को चेयरपरसन बनाया गया। डा. अंजू रस्तोगी वाइस चेयरपरसन व डा. नीलिमा अग्रवाल सचिव बनाई गई। आइएमए सचिव डा. मनीषा त्यागी ने सभी अतिथियों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। डा. भावना गांधी ने कामकाजी महिला चिकित्सकों को बेहतर स्वास्थ्य के लिए सटीक खानपान की जानकारी दी। 60 महिला डाक्टरों ने भाग लिया। संचालन डा. अंजू रस्तोगी ने किया।