स्टेरायड बेचने का आरोप, दो कोच में धक्का-मुक्की

कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में जिमनेजियम के भीतर संचालित वेटलिफ्टिंग प्रशिक्षण में खिलाड़ियों को कोचिंग कराने और एक-दूसरे पर स्टेरायड बेचने का आरोप लगाते हुए दो कोच भिड़ गए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 10:53 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 10:53 PM (IST)
स्टेरायड बेचने का आरोप, दो कोच में धक्का-मुक्की
स्टेरायड बेचने का आरोप, दो कोच में धक्का-मुक्की

मेरठ, जेएनएन। कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में जिमनेजियम के भीतर संचालित वेटलिफ्टिंग प्रशिक्षण में खिलाड़ियों को कोचिंग कराने और एक-दूसरे पर स्टेरायड बेचने का आरोप लगाते हुए दो कोच भिड़ गए। यह झगड़ा भारोत्तोलन में पुराने 'गुरु-शिष्य' रहे संदीप तोमर और सत्यप्रकाश राघव में हुआ। पुलिस ने दोनों पक्षों को चेतावनी देकर शांत कराया।

स्टेडियम में वर्तमान में वेटलिफ्टिंग का कोई कोच नियुक्त नहीं है। इसलिए जिला खेल एवं प्रोत्साहन समिति के तहत पुराने वेटलिफ्टिंग कोच संदीप तोमर को खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए नियुक्त किया गया है।वेटलिफ्टिंग के वरिष्ठ कोच रहे सत्यप्रकाश राघव भी स्टेडियम आते-जाते रहते हैं और खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करते हैं। बुधवार सुबह सत्यप्रकाश और संदीप में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। आरोप है कि झगड़ा शुरू हुआ तो धक्का-मुक्की के बीच सत्यप्रकाश ने संदीप को थप्पड़ जड़ दिए। उधर, संदीप ने भी जान से मारने की धमकी दी तो सत्यप्रकाश ने लाइसेंसी रिवाल्वर निकाल लिया। क्षेत्रीय अधिकारी गदाधर बारीकी और जिला वेटलिफ्टिंग संघ के सचिव अमरनाथ त्यागी ने बीच बचाव कराया।

जमकर लगे आरोप-प्रत्यारोप

संदीप तोमर के अनुसार वह कोच के तौर पर नियुक्त हैं,लेकिन सत्यप्रकाश बिना किसी नियुक्ति के रोज स्टेडियम में आते हैं और खिलाड़ियों को बहला-फुसलाकर स्टेरायड बेचते हैं। सत्यप्रकाश के अनुसार संदीप प्रशिक्षण कम कराते हैं और खिलाड़ियों को स्टेरायड बेचने में लगे रहते हैं। क्षेत्रीय अधिकारी गदाधर बारीकी ने बताया कि स्टेडियम में सत्यप्रकाश ने पिस्तौल मंगाई थी, जिसके लिए उन्हें चेतावनी दी गई है। वेटलिफ्टिंग संघ के सचिव अमरनाथ त्यागी के अनुसार स्टेडियम में ऐसी घटना अनुचित है। जब दोनों पक्ष एक दूसरे पर स्टेरायड बेचने का आरोप लगा रहे हैं तो इसकी जाच होगी। दोनों को संघ की ओर से प्रतिबंधित किया जाएगा। देर शाम तक भी दोनों पक्षों ने थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई और सुलह करने की कोशिश की।

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