Banana farming: जानिए केले की खेती में कैसे बढ़ रही मेरठ के किसानों की रुचि

मेरठ मंडल में केले की शानदार खेती की जा रही है। इसी के चलते 318 हेक्टेयर में इसका उत्पादन पहुंच गया है। मेरठ समेत आसपास के जिलों में केले की सर्वाधिक आपूर्ति महाराष्ट्र और बिहार से होती है। आइए इसके बारे और भी कुछ जानते हैं।

By Prem BhattEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 10:30 AM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 12:04 PM (IST)
Banana farming: जानिए केले की खेती में कैसे बढ़ रही मेरठ के किसानों की रुचि
मेरठ मंडल में केले की खेती को खास तव्‍वजों दी जा रही है।

मेरठ, [विनय विश्वकर्मा]। केला दुनिया में सर्वाधिक खाया जाने वाला सदाबहार फल है। मेरठ समेत आसपास के जिलों में केले की सर्वाधिक आपूर्ति महाराष्ट्र और बिहार से होती है। लेकिन अगले कुछ सालों में मेरठ मंडल की पैदावार महाराष्ट्र को टक्कर देगी। उद्यान विभाग के आंकड़ों के अनुसार, मेरठ मंडल में पिछले दो सालों में केले की खेती में तेजी से उछाल आया है।

केले की शानदार खेती

किसानों में केले की खेती का रूझान तेजी से बढ़ रहा है। दो वर्ष पूर्व तक मेरठ मंडल में केले का उत्पादन न्यूनतम था, लेकिन वर्तमान में मंडल के छह जिलों में 318 हेक्टेयर में केले की शानदार खेती की जा रही है। इसमें सर्वाधिक मेरठ मंडल के हापुड़ जिले में 150 हेक्टेयर की खेती शामिल है। केले की खेती करने वालों में अधिकतर किसान गन्ने को छोड़कर केले की खेती में रूचि दिखा रहे हैं या फिर गन्ने के साथ सहफसली कर रहे हैं।

यह है खास बात

विशेष बात यह है कि टिशू कल्चर की वैरायटी ग्रैंड नेन की प्रजाति से मेरठ मंडल में केले का सफल उत्पादन किया जा रहा है। पिछले वर्ष तक केवल मेरठ जिले में 60 से 70 हजार कुंतल केले की आपूर्ति महाराष्ट्र व बिहार से होती थी। जो अब स्थानीय उत्पादन होने के बाद बेहद कम हो गई है।

नकदी फसल है केले की खेती

जिला उद्यान अधिकारी आरएस राठौर ने बताया कि रोहटा ब्लॉक के किसान राजीव त्यागी केले की खेती कर रहे हैं। राजीव ने एक एकड़ में 225 कुंतल का उत्पादन किया और सालाना करीब दो लाख रुपये का लाभ कमाया। केले को नकदी उपार्जित फसल के रूप में जाना जाता है। राजीव त्यागी का कहना है कि उन्होंने अब गन्ना का साथ पूरी तरह से छोड़ दिया है। वह अब केले के साथ लीची और अमरूद की खेती भी करेंगे।

मेरठ मंडल में जिलेवार केले का उत्पादन

मेरठ - 43 हेक्टेयर

बुलंदशहर - 35 हेक्टेयर

हापुड़ - 150 हेक्टेयर

बागपत - 30 हेक्टेयर

गौतमबुद्धनगर - 20 हेक्टेयर

गाजियाबाद - 40 हेक्टेयर

इनका कहना है

मेरठ मंडल में 25865 हेक्टेयर कृषि भूमि में किसान गन्ने के साथ बागवानी की शानदार सहफसली खेती कर रहे हैं। अतिरिक्त आय के लिए किसानों के पास सहफसली खेती का बेहतर विकल्प उपलब्ध है। इस विधि को अपनाकर किसान अपनी आमदनी में वृद्धि कर रहे हैं।

- पंकज कुमार, उप निदेशक उद्यान, मेरठ मंडल

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