मेरठ के मवाना में कृषि कानून के विरोध में किसान सभा का प्रदर्शन, मांगों का ज्ञापन सौंपा

मवाना में जिला किसान सभा के पदाधिकारियों ने कृषि कानून वापस लिये समेत पांच सूत्रीय मांगों को लेकर तहसील में प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम कार्यालय पर दिया। ज्ञापन में बिजली की बढ़ती दरों को वापस लिए जाने और गन्‍ना भुगतान का भी जिक्र किया।

By Prem BhattEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 01:07 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 01:07 PM (IST)
मेरठ के मवाना में कृषि कानून के विरोध में किसान सभा का प्रदर्शन, मांगों का ज्ञापन सौंपा
मेरठ के मवाना में बुधवार को कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन किया गया।

मेरठ, जेएनएन। मेरठ के मवाना में जिला किसान सभा के पदाधिकारियों ने कृषि कानून वापस लिये समेत पांच सूत्रीय मांगों को लेकर बुधवार को तहसील में प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री के नाम सात सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम कार्यालय पर दिया। सौंपा। जिलाध्यक्ष संग्राम सिंह के नेतृत्व में संगठन के जिला पदाधिकारी कृषि कानून वापस लेने समेत सात सूत्रीय मांगों को बुधवार पूर्वान्ह 11 बजे तहसील पहुंचे और सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। कहा कि कृषि कानून से किसानों को कोई लाभ होने वाला नहीं है। इसे वापस लिया जाना चाहिए। बिजली की बढ़ी दरों को वापस लेने की मांग भी संगठन करता आ रहा है, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है।

ये सभी मांगें रखीं

इस दौरान प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम कार्यालय पर दिया। ज्ञापन में कृषि कानून व बिजली की बढ़ती दरों को वापस लिए जाने, गन्ने के बकाए का ब्याज समेत भुगतान दिलाए जाने, दिल्ली में लाठी चार्ज में मारे गए किसान सभा के किसान सुखवीर के स्वजन को लगभग 20 लाख रुपये का मुआवजा दिये जाने, लाठी चार्ज करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराने, स्वामीनाथन आयोग की शिफारिशों को लागू करने की मांग की गई है। प्रदर्शन करने वालों में मंडलीय सचिव कामरेड जितेंद्रपाल सिंह, जिलाध्यक्ष संग्राम सिंह, इंद्रपाल सिंह, राजपाल शर्मा,इंद्रपाल सिंह, मंजीत, कुलदीप सिंह,रामवीर सिंह, जगदीश कोहला, कालू, महासिंह, वेद प्रकाश बिल्लू रामपुरिया, सतपाल पाल सिंह, मनोज धामा आदि थे। 

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