Kisan Andolan: 13 घंटे तक फ्री रहा मेरठ टोल प्लाजा, अब नुकसान को लेकर कंपनी केंद्र सरकार को भेजेगी पत्र
गुरूवार को सिवाय टोल प्लाजा पर आसापास से ट्रैक्टर ट्रालियों के साथ पहुंचे सौकड़ों किसानों ने सभी 12 लाइनों को टोल फ्री करा दिया था। इस संबंध में कंपनी को करीब छह लाख का नुकसान हुआ है। कंपनी अब नुकसान के मद्देनजर सरकार को पत्र भेजेगी।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना के मामले कम होते ही किसान आंदोलन तेज हो गया है। भारी संख्या में किसान ट्रैक्टर लेकर गाजीपुर बार्डर के लिए मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर व बागपत से रवाना हो चुके हैं। वहीं गुरूवार को सिवाय टोल प्लाजा पर आसापास से ट्रैक्टर ट्रालियों के साथ पहुंचे सौकड़ों किसानों ने सभी 12 लाइनों को टोल फ्री करा दिया था। इस संबंध में कंपनी को करीब छह लाख का नुकसान हुआ है। कंपनी का कहना है कि इस संबंध में केंद्र सरकार को पत्र भेजेगी और नुकसान का पूरा आंकड़ा सरकार के सामने रखेगी।
सिवाया टोल प्लाजा पर गुरुवार रात भाकियू के ट्रैक्टर-ट्राली रैली के आने से पहले ही प्रदर्शनकारियों ने टोल की सभी 12 लेन को फ्री करा दिया था, जो शुक्रवार सुबह सवा नौ बजे तक ट्रैफिक फ्री चालू रहा। 13 घंटे तक टोल फ्री चला, जिस वजह से वेस्टर्न यूपी टोलवे कंपनी को करीब छह लाख रुपये नुकसान हुआ है। कंपनी के जीएम अब एनएचएआइ मुख्यालय और केंद्र सरकार को पत्र जारी कर टोल फ्री से हुए नुकसान का आंकड़ा प्रस्तुत करेगी।द्व भाकियू संगठन की स्थानीय ईकाई का पिछले कई दिनों से सिवाया टोल प्लाजा पर कृषि बिल के खिलाफ धरना चल रहा है। गुरुवार रात सवा आठ बजे संगठन के कार्यकर्ताओं ने टोल प्लाजा के बूम उठाकर टोल फ्री करा दिया। विरोध करने पर टोल कर्मचारियों से कहासुनी भी हुई। जिसके बाद सभी 12 लेन फ्री हो गई। संगठन का आरोप था कि जिला प्रशासन से ट्राली वाले शौचालय और पीने के पानी की व्यवस्था कराने को कहा था, मगर समय से न होने पर टोल फ्री कराया गया। हालांकि एसडीएम सरधना ने बातचीत कर दोनों व्यवस्था कराईं। मगर, टोल फ्री शुक्रवार सुबह करीब सवा नौ बजे तक चला। 13 घंटे तक चले टोल फ्री से वेस्टर्न यूपी टोलवे कंपनी को छह लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। टोल प्लाजा कंपनी के जीएम वैभव शर्मा ने बताया कि छह लाख रुपये का नुकसान हुआ है, जिसके संदर्भ में एक पत्र एनएचएआइ के अलावा केंद्र सरकार को भी भेजा जाएगा।