किसान आंदोलन : ट्रैक्टर-ट्राली लेकर लोनी बार्डर जा रहे किसानों को बागपत में रोका, पुलिस से हुई नोकझोक, हाईवे जाम
किसान आंदोलन के मद्देनजर गाजियाबाद के लोनी बार्डर जाम करने जा रहे किसानों को रविवार दोपहर काठा गांव में दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर पुलिस ने रोक दिया। इसको लेकर खूब हंगामा हुआ। पुलिस से किसानों की नोकझोक भी हुई। इस दौरान किसानों ने हाईवे जाम किया।
बागपत, जेएनएन। किसान आंदोलन के मद्देनजर गाजियाबाद के लोनी बार्डर जाम करने जा रहे किसानों को रविवार दोपहर काठा गांव में दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर पुलिस ने रोक दिया। इसको लेकर खूब हंगामा हुआ। पुलिस से किसानों की नोकझोक भी हुई। इससे पहले ही पुलिस ने आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश उपाध्यक्ष एडवोकेट सोमेंद्र ढाका व धामा खाप के चौधरी जितेंद्र धामा को नजरबंद कर दिया था।
केंद्र सरकार द्वारा नए कृषि कानून वापस न लिए जाने के विरोध में किसान नेताओं ने रविवार को गाजियाबाद का लोनी बार्डर जाम कर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने की घोषणा कर दी थी। इससे पुलिस-प्रशासन टेंशन में आ गया था। अफसरों ने किसान नेताओं से दो-तीन दिन पहले ही संपर्क करना शुरू कर दिया था। वहीं किसान नेता गांव-गांव बैठक कर किसानों से लोनी बार्डर जाम करने के लिए बड़ी संख्या में पहुंचने का अनुरोध कर रहे थे।
रविवार को बागपत से किसान लोनी बार्डर न पहुंच पाए, इसलिए जगह-जगह पुलिस तैनात कर दी गई थी। आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सोमेंद्र ढाका और धामा खाप के चौधरी जितेंद्र धामा को पुलिस ने सुबह ही उनके आवास पर नजरबंद कर दिया था।
उसके बावजूद काठा, बंदपुर, सुन्हैड़ा, बसी, मवीकलां समेत कई गांवों के सैकड़ों किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों लोनी बार्डर जाने के लिए दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर काठा गांव में पहुंच गए। जहां पर पुलिस ने उनको रोक दिया। उनकी पुलिस से नोकझोंक हुई। किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बागपत एसडीएम अनुभव सिंह, सीओ ओमपाल, बागपत कोतवाली प्रभारी एनएस सिरोही व खेकड़ा थाना प्रभारी रवेंद्र सिंह किसानों को समझा-बुझाने का प्रयास कर रहे है।
किसानों ने हाईवे जाम कर रखा है। पुलिस ने एक तरह से ट्रैक्टर-ट्राली हटवाकर वन-वे व्यवस्था लागू की। इससे यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।