शामली में जम्मू-कश्मीर पुलिस और एटीएस यूपी ने युवक से तीन घंटे की पूछताछ, मोबाइल भी खंगाला
शामली में दोनों टीमों ने लगभग तीन घंटे तक आरोपित युवक से कोतवाली के एक कमरे में एकांत में पूछताछ की। सूत्रों का कहना है कि जम्मू कश्मीर पुलिस ने युवक के दो मोबाइल भी कब्जे में लिए है। दोनों मोबाइलों को टीम ने तीन घंटे खंगाला है।
शामली, जागरण संवाददाता। जम्मू-कश्मीर पुलिस और यूपी एटीएस की टीम ने शनिवार सुबह इजहार को पकड़ कर शामली कोतवाली में लगभग दस बजे पहुंची थी। इसके बाद यह दोनों टीम दोपहर में सवा बजे कोतवाली से कैराना कोर्ट के लिए रवाना हुई। उधर से उधर युवक को दोनों टीम लेकर चली गई। लेकिन इससे पहले दोनों टीमों ने लगभग तीन घंटे तक आरोपित युवक से कोतवाली के एक कमरे में एकांत में पूछताछ की। सूत्रों का कहना है कि जम्मू कश्मीर पुलिस ने युवक के दो मोबाइल भी कब्जे में लिए है। दोनों मोबाइलों को टीम ने तीन घंटे में बारीकी से खंगाला है। हालांकि दोनों ही टीमों ने पूरे मामले में किसी से कोई बातचीत नहीं है। मगर समझा जा रहा है कि मामला गंभीर है।
फल व्यापारी को क्यों पकड़ा
कांधला निवासी युवक के पकड़े जाने के बाद कोतवाली में टीम की मौजूदगी की जानकारी पाकर कांधला के कुछ शामली कोतवाली पर आ पहुंचे थे। वह जानकारी करना चाहते थे कि कांधला में फल की दुकान व कार चलाने वाले युवक को पुलिस ने आखिरकार क्यों पकड़ा है। कोई सूचना न पाकर यह लोग वापस लौट गए।
जम्मू में फल का कारोबार
कांधला निवासी जिस युवक को एटीएस व जम्मू कश्मीर पुलिस ने पकड़ा है, वह अपने भाई के साथ जम्मू में फल का कारोबार करता है। वह किसी अपराध में शामिल रहा, इस बारे में उसके भाईयों व किसी को जरा भी विश्वास तक नहीं है। उसके भाई ने तो दावा किया है कि उसके या किसी भी भाई पर छोटी धारा का भी मुकदमा दर्ज नहीं है। मोहल्ला मिर्दगान कांधला निवासी इहजार खान उर्फ सोनू खान को शनिवार सुबह जम्मू कश्मीर पुलिस व एटीएस ने संयुक्त कार्रवाई कर गिरफ्तार किया है। दोनों टीम युवक को पकड़ कर शामली कोतवाली ले गई थी। उधर, युवक के पकड़े जाने से कांधला में हड़कंप मच गया था। युवक के पकडऩे जाने के तुरंत बाद उसके भाई नूर मोहम्मद ने मीडियो से रू-ब-रू होकर कहा कि वह जम्मू में पिछले कई साल से फल का कारोबार करते है।
चर्चाओं में कांधला
इजहार भी आठ साल से उनके पास काम करता है। उसका किसी अपराध से कोई नाता नहीं रहा। वह सात भाई है, किसी भी भाई का आपराधिक इतिहास नहीं है। उनके एक साझेदार का परिचित पुलवामा निवासी जहांगीर है। उसने उनके भाई इजहार के मोबाइल से कई बार बातचीत की है। कर्ज होने के कारण जहांगीर अपना मोबाइल अधिकांश बंद रखता था। उनका भाई दोषी नहीं है। यदि वह दोषी है तो कार्रवाई की जाए, अन्यथा जांच कर उनके भाई को घर भेजा जाए। उनका भाई तो कार में चालक, एक दोस्त के साथ शामली में चालान भरने जा रहा था। रास्ते में से उसे पकड़ लिया गया। उधर, बताया गया कि इजहार जम्मू में भाई के साथ फल का कारोबार करता था। कांधला में कार भी चला लेता था। इजहार की गिरफ्तार कांधला में चर्चाओं में है।