सिटी स्टेशन नहीं..बदबू-कूड़े का 'जंक्शन' कहिए जनाब

सिटी रेलवे स्टेशन गंदगी और बदबू से कराह रहा है। स्टेशन के मेन गेट के बराबर से रेलवे कॉलोनी की ओर जाने वाली रोड पर करीब सौ मीटर तक पेशाबघर में तब्दील हो गई है। जबकि रोड पर तीन पब्लिक टॉयलेट बने हैं, जो खस्ता हालत में हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jan 2019 05:00 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jan 2019 05:00 AM (IST)
सिटी स्टेशन नहीं..बदबू-कूड़े का 'जंक्शन' कहिए जनाब
सिटी स्टेशन नहीं..बदबू-कूड़े का 'जंक्शन' कहिए जनाब

मेरठ। सिटी रेलवे स्टेशन गंदगी और बदबू से कराह रहा है। स्टेशन के मेन गेट के बराबर से रेलवे कॉलोनी की ओर जाने वाली रोड पर करीब सौ मीटर तक पेशाबघर में तब्दील हो गई है। जबकि रोड पर तीन पब्लिक टॉयलेट बने हैं, जो खस्ता हालत में हैं। यहां से उठने वाली भीषण दुर्गध से रेलवे कॉलोनी में रहने वालों का रहना भी दुश्वार हो गया है। कॉलोनीवासी और यात्री कई बार स्टेशन अधीक्षक आरपी शर्मा से इन समस्याओं से निजात दिलाने की गुहार लगा चुके हैं। लेकिन हालात जस के तस बने हैं।

शनिवार को दैनिक जागरण की टीम सिटी रेलवे स्टेशन का हाल जानने पहुंची तो स्थिति बेहद चिंताजनक नजर आई। बदहाली का आलम ये है कि कॉलोनीवासियों, यात्रियों और वहां खाने-पीने की वस्तुएं बेचने वाले लोगों दुर्गध से दो-चार होना पड़ रहा है। कॉलोनीवासी दिवाकर कुमार ने बताया कि यह समस्या वर्षो से है। मेन गेट के सामने चाय की दुकान चलाने वाले विवेक कुमार ने बताया कि बहुत बार ऐसा होता है कि बदबू के कारण यात्री बिना चाय पीए ही चले जाते हैं।

आरक्षण केंद्र के बराबर में कूड़े का अंबार

स्टेशन पर आरक्षण केंद्र के बिल्कुल बराबर में कूड़े के ढेर लगे हैं। रिजर्वेशन कराने के लिए आने वाले लोगों का यहां खड़ा होना भी दूभर हो जाता है। रेलवे कॉलोनी की नालियां भी कीचड़ से अटी पड़ी हैं। कॉलोनीवासियों का मुख्य आयोजन स्थल रेलवे बारात घर भी झाड़ियों और घास आदि की चपेट में है। पूरे स्टेशन परिसर में पन्नी, पान की पीक, गोबर आदि जगह-जगह पड़े हैं।

रेलवे नियमावली को मुंह चिढ़ा रहे कुत्ते-बंदर

रेलवे नियमावली के मुताबिक स्टेशन परिसर पर आवारा पशु प्रतिबंधित हैं। लेकिन सिटी स्टेशन पर यह नियम लागू नहीं होता। आए दिन यहां आवारा कुत्तों और बंदरों का झुंड रहता है। बड़े स्टेशनों पर आवारा पशुओं को पकड़ने क लिए बाकायदा स्क्वाड गठित होता है। लेकिन मेरठ के दोनों स्टेशनों पर स्क्वाड ही तैनात नहीं है। शनिवार को भी बंदर और कुत्ते स्टेशन परिसर में यात्रियों के बीच घूमते नजर आए। स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे रोहित ने बताया कि उसने केले खरीदे थे, जिन्हें बंदर छीनकर भाग गए।

'15 शौचालय और 15 यूरीनल बनेंगे'

स्टेशन अधीक्षक आरपी शर्मा ने बताया कि मेन गेट के बाहर 15 यूरीनल और 15 शौचालय बनाए जाएंगे। सांसद निधि से करीब दो महीने में इन्हें तैयार कर लिया जाएगा। इसके साथ ही बाथरूम बनाने की योजना भी है।

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