विभाजन के कारण व विभीषिका को समझना जरूरी : डा. शरद रेणु

राष्ट्र सेविका समिति की ओर से शनिवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के बृहस्पि

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 09:15 AM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 09:15 AM (IST)
विभाजन के कारण व विभीषिका  को समझना जरूरी : डा. शरद रेणु
विभाजन के कारण व विभीषिका को समझना जरूरी : डा. शरद रेणु

मेरठ,जेएनएन। राष्ट्र सेविका समिति की ओर से शनिवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के बृहस्पति भवन में स्वाधीनता से स्वतंत्रता की ओर विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में महिला वक्ताओं ने विभाजन के कारण व विभीषिका के साथ अन्य बिंदुओं पर अपने विचार प्रकट किए। विभाजन के समय प्रभावित लोगों के मर्म को वक्ताओं ने अपने विचारों के रूप में सामने रखा।

बृहस्पति भवन में आयोजित विचार गोष्ठी में अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख डा. शरद रेणु ने मुख्य वक्ता के रूप में विभाजन के कारण व विभीषिका विषय पर अपने विचार प्रकट किए। मुख्य वक्ता ने कहा कि विभाजन के कई कारण थे, जिसका खामियाजा देश की जनता को भुगतना पड़ा। लोगों के मन के मर्म को आज समझना बेहद जरूरी है। वक्ता ने कई उदाहरण देकर विभाजन की विभीषिका को समझाने का प्रयास किया। मुख्य अतिथि विमला पुंडीर ने स्वतंत्रता के लिए चलाए जा रहे धार्मिक व शैक्षिक के साथ सामाजिक प्रयत्‍‌न को लेकर अपनी बात कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय की प्रतिकुलपति डा. वाई विमला ने भी विचार प्रकट किए। कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानियों के स्वजन सुमति सिंह व मीनाक्षी कौशल को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्र सेविका समिति की सेवा प्रमुख तरुण सिंह, संपर्क प्रमुख नेहा गर्ग, आशी सिंह, रमिता चौधरी, गीता पुंडीर, नवज्योति, गुंजक राणा आदि का सहयोग रहा।

कैरल सिंगिंग प्रतियोगिता में सेट लुक्स चर्च प्रथम: क्रिसमस को लेकर ईसाई समाज में उत्साह का माहौल है। रुड़की रोड स्थित सेंट जोजफ चर्च में कैरल सिंगिंग की प्रतियोगिता में अलग-अलग चर्चो की 14 टीमों ने भाग लिया। प्रथम स्थान पर सेंट लुक्स चर्च, दूसरे स्थान पर रुड़की रोड स्थित सेंट पाल और तीसरे स्थान पर सेंट फ्रांसिस स्थित लिस्सुक्स भवन के क्वायर ग्रुप रहे। आइएफएस सरधना और गाजियाबाद के चर्च के ग्रुप को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। मेरठ धर्मप्रांत के बिशप फ्रांसिस कालिस्ट ने विजेता टीमों को पुरस्कृत किया। निर्णायक मंडल में ग्रेटर नोएडा से मिस रेचल, रामपुर से शीतल शामिल रहीं। प्रभु यीशु के जन्म और जीवन से जुड़े प्रसंगों को गीतों के माध्यम से व्यक्त किया गया। झांकी सजाई गई। मेरठ शहर, सरधना, रटौल बागपत, गाजियाबाद, मोदीनगर से चर्चो की टीमों ने प्रतिभाग किया। संचालन निशी और ज्योति ने किया। फादर राय, पारितोश नोएल, चमन कंफर्ट, फादर जान चिमन आदि मौजूद रहे।

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