पिछले साल से इंटर में 10 फीसद रिजल्ट बढ़ा

मेरठ जिले में पिछले पांच साल के आंकड़ों को देखें तो इंटर में करीब 10 फीसद अधिक रिजल्ट रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Jun 2020 09:00 AM (IST) Updated:Sun, 28 Jun 2020 09:00 AM (IST)
पिछले साल से इंटर में 10 फीसद रिजल्ट बढ़ा
पिछले साल से इंटर में 10 फीसद रिजल्ट बढ़ा

जेएनएन, मेरठ। मेरठ जिले में पिछले पांच साल के आंकड़ों को देखें तो इंटर में करीब 10 फीसद अधिक रिजल्ट रहा है। हाईस्कूल का रिजल्ट यथावत रहा है।

मेरठ जिले में पांच साल के रिजल्ट का ग्राफ प्रतिशत में

वर्ष 10वीं 12वीं

2020 90.34 85.86

2019 90.39 75.79

2018 86.20 83.29

2017 82.06 83.35

2016 87.50 88.45 मेरठ टॉपर बनाम उप्र टॉपर

यूपी टॉपर : रिया जैन

कक्षा 10वीं

स्कूल : श्रीराम एसएम इंटर कॉलेज, बड़ौत-बागपत

अंक : 580/600, 96.67 फीसद

मार्कशीट

हिदी 90

अंग्रेजी 98

गणित 98

विज्ञान 99

सामाजिक विज्ञान 98

ड्राइंग 97 मेरठ टॉपर : अंशु यादव

कक्षा : 10वीं

स्कूल : दिगंबर जैन ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज-मेरठ

अंक : 556/600, 92.67 फीसद

मार्कशीट

हिदी 97

अंग्रेजी 94

गणित 96

विज्ञान 86

सामाजिक विज्ञान 91

कंप्यूटर 92 यूपी टॉपर : अनुराग मलिक

कक्षा : 12वीं, विज्ञान वर्ग

स्कूल : श्रीराम एसएम इंटर कॉलेज, बड़ौत-बागपत

अंक : 463/500, 97 फीसद

मार्कशीट

हिदी 92

अंग्रेजी 98

गणित 98

फिजिक्स 99

केमिस्ट्री 98 मेरठ विज्ञान टॉपर : अभिषेक धामा

कक्षा : 12वीं, विज्ञान वर्ग, जिले में द्वितीय

स्कूल : एमडीएस इंटर कॉलेज-पिलोना

अंक : 442/500, 88.4 फीसद

मार्कशीट

हिदी 86

अंग्रेजी 84

गणित 92

फिजिक्स 92

केमिस्ट्री 88

मेरठ टॉपर : आयुषी

कक्षा : 12वीं, कला वर्ग

स्कूल : श्री सनातन धर्म कन्या इंटर कॉलेज, बुढ़ाना गेट-मेरठ

अंक : 444/500, 88.80

मार्कशीट

हिदी 79

अंग्रेजी 84

नागरिकशास्त्र 90

संगीत 98

कंप्यूटर 93 साइबर कैफे पर उमड़ी भीड़

जेएनएन, मेरठ। यूपी बोर्ड का हाई स्कूल और इंटरमीडियेट परिणाम आने से पहले तक बच्चों के चेहरे पर घबराहट के भाव झलक रहे थे। परिणाम की घोषणा से पहले ही साइबर कैफों पर छात्रों की भीड़ लग गई थी। परिणाम आने शुरू हुए और सफल बच्चों ने अपना नाम देखा तो वह खुशी से उछल पड़े। इस बीच कुछ बच्चे ऐसे भी थे जो असफल अथवा परिणाम उनकी अपेक्षा अनुसार नहीं था। यह विद्यार्थी भरे मन से घर लौटे।

परिणाम देखने के बाद बेहतर अंक पाने वाले छात्रों ने दोस्तों के साथ खुशी साझा की। इंटर में पास हुए बच्चे अब आगे की शिक्षा के लिए कालेज में जाने का सपना बुन रहे हैं। हाईस्कूल में सफल बच्चे कक्षा 11 में जाने स उत्साहित हैं। कोरोना संक्रमण को लेकर स्कूलों ने भी बच्चों को नहीं बुलाया।

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