इंटर कालेज एक पाली में खुलें या दो में, जानिए सहारनुपर में असमंसज का क्‍या है कारण

कोरोना की दूसरी लहर के बाद 16 अगस्त से माध्यमिक स्कूलों का संचालन दो पाली में शुरू हुआ था। स्कूलों को सुबह 8 बजे से शाम 430 बजे तक संचालित किया जा रहा था इस आदेश के खिलाफ लगातार शिक्षक संघ और अन्य संगठन आंदोलित थे।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 07:44 PM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 07:50 PM (IST)
इंटर कालेज एक पाली में खुलें या दो में, जानिए सहारनुपर में असमंसज का क्‍या है कारण
इंटर कालेज एक पाली में खुलें या दो में, असमंसज बरकरार, सहारनपुर में शिक्षक परेशान

सहारनपुर, जागरण संवाददाता। माध्यमिक विद्यालयों के संचालन को लेकर गोलमोल आदेश पर समय की मार पड़ी है। कम और अधिक छात्र संख्या को स्कूल समय का पैमाना बनाए जाने से शिक्षकों में विभाग के प्रति आक्रोश बरकरार है। मामले में माध्यमिक शिक्षक संघ में भी अभी अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी है।

कोरोना की दूसरी लहर के बाद दो पाली में शुरू हुआ था स्कूलों का संचालन

कोरोना की दूसरी लहर के बाद 16 अगस्त से माध्यमिक स्कूलों का संचालन दो पाली में शुरू हुआ था। स्कूलों को सुबह 8 बजे से शाम 4:30 बजे तक संचालित किया जा रहा था, इस आदेश के खिलाफ लगातार शिक्षक संघ और अन्य संगठन आंदोलित थे। उनका कहना था कि स्कूलों का समय भेदभावपूर्ण है। बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूल पुराने समय के अनुसार ही संचालित हो रहे हैं। माध्यमिक शिक्षक संघ ने इस मुद्दे को लेकर धरना प्रदर्शन और मशाल जुलूस निकालकर सरकार को चेतावनी दी थी कि यदि स्कूलों का समय नहीं बदला गया तो बड़े आंदोलन को बाध्य होगा।

शासन ने की थी यह गाइडलाइन जारी

शासन द्वारा हाल ही में स्कूलों के समय को लेकर एक गाइडलाइन जारी की गई थी, जिसमें अधिक छात्र संख्या वाले स्कूलों को दो पाली में संचालित करने तथा कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को एक पाली में संचालित करने की बात कही गई थी। कम और अधिक छात्र संख्या का पैमाना न दिए जाने से प्रधानाचार्य भी असमंजस में हैं, ऐसे में अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूल दो पाली में ही संचालित हो रहे हैं। स्कूलों के संचालन का पूरा दारोमदार प्रधानाचार्य पर है, ऐसे में शिक्षक प्रधानाचार्य के ऊपर लगातार दबाव बना रहे हैं कि स्कूलों को सुबह 9 बजे से अपराहन 3 बजे तक ही एक ही पाली में संचालित किया जाए। जिला विद्यालय निरीक्षक रवि दत्त द्वारा भी शासन की गाइडलाइन के अनुसार प्रधानाचार्य को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए थे, दूसरी और प्रधानाचार्य का कहना है कि छात्र संख्या के मामले में समय को लेकर अभी दुविधा बनी हुई है। कई माध्यमिक स्कूलों में इस बार छात्रों की संख्या में अनुमान से अधिक वृद्धि हुई है। स्कूलों को दो पाली में संचालित करने के मुद्दे पर माध्यमिक शिक्षक संघ ने भी अभी अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी है।  

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