निर्देश जारी : सुरक्षा के कारणों से बंद हो रहा आरवीसी स्कूल Meerut News
आर्मी ट्रेनिंग कमांड और मध्य कमान ने स्कूलों की उपलब्धता दिखाते हुए आरवीसी स्कूल को बंद करने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान परिजनों को टीसी कटवाने की जानकारी दी है।
मेरठ, जेएनएन। रिमाउंट वेटनरी कोर (आरवीसी) सेंटर एंड कॉलेज परिसर में संचालित यूपी बोर्ड से मान्यता प्राप्त आरवीसी हायर सेकेंड्री स्कूल अगले सत्र से बंद हो रहा है। सेना ने सुरक्षा कारणों से इस विद्यालय को बंद करने का निर्णय लिया है। सुरक्षा के लिहाज से सेना मुख्यालय, आर्मी ट्रेनिंग कमांड और मध्य कमान ने भी आस-पास अन्य स्कूलों की उपलब्धता दिखाते हुए आरवीसी स्कूल को बंद करने के निर्देश दिए हैं। इस बाबत परिजनों को टीसी कटवाने की जानकारी देने के साथ ही जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में 10वीं की मान्यता वापस लेने का आवेदन भी कर दिया है। स्कूल में इस साल कक्षा 10वीं में 36 बोर्ड परीक्षार्थी विभिन्न केंद्रों पर परीक्षा दे रहे हैं। स्कूल में वर्तमान में करीब ढाई सौ बच्चे पढ़ रहे हैं।
एमईएस से नहीं मिल रही अनुमति
आरवीसी स्कूल एमईएस की बिल्डिंग में वर्ष 1947 से संचालित है। वर्ष 1949 में इस विद्यालय को यूपी बोर्ड से 10वीं बोर्ड परीक्षा की मान्यता मिली। उसके बाद विशेष अनुमति पर ही यह स्कूल एमईएस के भवन में संचालित किया जाता रहा है। पर अब इसे आगे बढ़ाने की अनुमति नहीं मिल रही है। इसके अलावा हाईस्कूल की मान्यता देने के साथ ही प्रदेश सरकार ने स्कूल में 14 पद सृजित किए। इनमें से प्रिंसिपल सहित महज पांच शिक्षक कार्यरत हैं। 12 शिक्षकों व कर्मचारियों की स्कूल के आरवीसी प्रबंधन ने नियुक्ति की है जिसके लिए भी अब कोई अतिरिक्त धनराशि नहीं मिल रही है। स्कूल संचालित करने में आ रही आर्थिक दिक्कत भी स्कूल को बंद करने का एक प्रमुख कारण है।
परिसर में 1949 से संचालित है आरवीसी हायर सेकेंड्री स्कूल
जिला विद्यालय निरीक्षक, मेरठ गिरजेश कुमार चौधरी ने बताया कि स्कूल प्रबंधन की ओर से मान्यता वापस लिए जाने का आवेदन आया है। हम इसे परिषद मुख्यालय भेजेंगे। जो भी निर्णय होगा उसके अनुरूप कार्यवाही होगी।
पहले प्राइमरी होगा बंद
आरवीसी के स्कूल प्रबंधन के अनुसार एक अप्रैल से ही प्राइमरी सेक्शन को बंद किया जा रहा है। यह सीधे तौर पर आरवीसी के अंतर्गत है। कक्षा छह से 10वीं तक का स्कूल भी बंद करने पर विचार किया जा रहा है। इस बाबत यूपी बोर्ड से मान्यता वापस लेने को कहा गया है। इसी स्कूल में आरवीसी के ब्वायज स्पोर्ट्स कंपनी के कैडेट भी पढ़ते हैं जिन्हें अब दूसरे स्थान में दाखिला दिलाया जाएगा। स्कूल में 10वीं का रिजल्ट 2010 से 2014 और 2017 में सौ फीसद रहा है।