4.5 फीसद पहुंची संक्रमण दर, 219 नए मरीज मिले

कोरोना बेलागम नजर आ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 02:10 AM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 02:10 AM (IST)
4.5 फीसद पहुंची संक्रमण दर, 219 नए मरीज मिले
4.5 फीसद पहुंची संक्रमण दर, 219 नए मरीज मिले

मेरठ, जेएनएन। कोरोना बेलागम नजर आ रहा है। जिले में न सिर्फ मरीजों की संख्या बढ़ रही है, बल्कि संक्रमण की दर भी ज्यादा हो गई। लगातार दूसरे दिन मरीजों की संख्या दो सौ ज्यादा दर्ज की गई। रविवार को 4828 सैंपलो की जाच में 219 में वायरस मिला। संक्रमण की दर 4.53 पहुंच गई, जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। बड़ी संख्या में मरीजों को भर्ती कराना पड़ रहा है। 34 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया है। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि होम आइसोलेशन में इलाज ले रहे मरीजों की संख्या 715 तक पहुंच चुकी है। वहीं,लोकप्रिय अस्पताल में भर्ती नेहरूनगर निवासी 69 साल के एक मरीज की कोरोना से मौत हो गई।

आरोग्य मेले में 24 मरीज पाजिटिव मिले : कोरोना संक्रमण का असर मुख्यमंत्री जनआरोग्य मेले में भी नजर आ रहा है। 1070 लोगों की एंटीजन जाच की गई, जिसमें 24 में वायरस की पुष्टि हो गई। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि मेले में विभिन्न बीमारियों के कुल 2351 मरीज आए। 593 मरीज स्किन के, 250 पेट के रोगी मिले। 240 मरीजों में सास की समस्या थी। 251 गोल्डन कार्ड बनाए गए। 709 अन्य बीमारियों के मरीज, जबकि 132 गर्भवती महिलाओं ने मेले में अपनी जाच कराई।

मेडिकल कालेज में 77 मरीज भर्ती, 30 आक्सीजन पर : मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड के हालात एक बार फिर पिछले साल के सितंबर की तरह होने लगे हैं। सप्ताहभर में मरीजों की संख्या 77 तक पहुंच गई है। प्राचार्य ने आपात बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। शनिवार को वार्ड में मरीजों की संख्या 62 थी, जो रविवार को बढ़कर 77 तक पहुंच गई। आइसीयू वार्ड में गंभीर मरीजों की संख्या ज्यादा हो गई है। मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड के अधीक्षक डा. तरुणपाल ने बताया कि पाच अप्रैल को कुल 16 मरीज भर्ती थे, जिसमें छह आक्सीजन पर रखे गए। वहीं, 11 अप्रैल को वार्ड में मरीजों की संख्या 77 पहुंच गई है, जिसमें कई मरीज गंभीर हैं। कोविड वार्ड प्रभारी डा. सुधीर राठी ने बताया कि कोरोना वायरस ब्लड में थक्के बना सकता है, इसलिए कई जाचें भी शुरू कर दी गई हैं, जिसमें डी-डाइमर, आयरन, क्रिटनिन एवं सी रिएक्टिव प्रोटीन की जाच कराने पर फोकस किया जा रहा है। प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि कोमाíिबड यानी शुगर, अस्थमा, कैंसर, एनीमिया एवं लिवर के मरीजों को ज्यादा खतरा है। तारीख कुल मरीज आइसीयू में

छह अप्रैल 27 09

सात अप्रैल 42 13

आठ अप्रैल 43 13

नौ अप्रैल 52 16

दस अप्रैल 62 22

11 अप्रैल 77 30

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