दूसरी लहर में मेरठ में सर्वाधिक उफान पर रहा कोरोना
कोरोना की दूसरी लहर में वायरस पूरी तरह बेकाबू रहा। पिछले साल में कुल 22 हजार मरीज ि
मेरठ,जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर में वायरस पूरी तरह बेकाबू रहा। पिछले साल में कुल 22 हजार मरीज मिले थे, लेकिन इस बार एक मार्च से अभी तक रिकार्ड संख्या में मरीज मिले। मंडल के सभी अस्पताल मरीजों से भर गए। पिछली लहर में गाजियाबाद में ज्यादा मरीज थे। इस बार भी वहा काटेक्ट ट्रेसिंग ज्यादा रही, लेकिन वायरस मेरठ में ज्यादा संक्रमित हुआ। अपर निदेशक स्वास्थ्य डा. राजकुमार ने बताया कि शासन ने दूसरी लहर के संक्रमण की समीक्षा की है। मंडलवार तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक पिछले तीन माह के दौरान वायरस ने सभी जिलों में तबाही मचा दी। ऐसे भयावह हालात पहले नहीं देख गए। मरीजों के संपर्क में आने वालों की ट्रेसिंग में मेरठ पीछे रहा, लेकिन मरीजों की संख्या फिर भी अधिक रही। यहा पर घनी आबादी, संक्रमण के बावजूद लापरवाही, अस्पतालों की संख्या ज्यादा होने की वजह से तीमारदारों की ज्यादा आवाजाही संक्रमण की बड़ी वजह रही। दर्जनभर पाकेट ऐसे मिले, जहा एक ही दिन में सौ से ज्यादा नए मरीज मिले। एक मार्च से अब कहां कितने मरीज मिले
जिला कोरोना मरीज
मेरठ 44360
गाजियाबाद 27838
गौतमबुद्धनगर 34090
बुलंदशहर 13460
हापुड़ 7920
बागपत 6803 कोरोना महामारी के करंट से उबर रहा है एसी कूलर का बाजार: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने जनपद वासियों को झकझोर दिया है। डेढ़ माह तक कोरोना कफर््यू के दौरान व्यापारिक गतिविधियां बंद रहीं। सैकड़ों लोग महामारी की चपेट में आकर दिवंगत हो गए और हजारों की संख्या में संक्रमित हुए हैं। एक सप्ताह से बाजार खुल रहे हैं धीरे धीरे शहर पटरी पर आ रही है। दैनिक जागरण ने गर्मी के सीजन में सबसे ज्यादा जरूरत के आयटम पंखे, कूलर, फ्रीज और एयरकंडीशन के विक्रेताओं से बात कर बाजार के ट्रेड को जानने का प्रयास किया। व्यापारियों का मानना है आगे स्थितियां सामान्य रहीं तो व्यापार में अच्छी ग्रोथ उम्मीद है।
-कोरोना कफर््यू समाप्त होने के बाद बाजार में कस्टमर निकल रहा है। अमूमन 15 जून तक एसी और कूलर खरीद लेते हैं। इस बार आगे के मौसम पर ही सेल निर्भर करेगी। जो स्टाक लाकडाउन के पहले मंगाया था उसे ही खत्म कर रहे हैं। भविष्य के लिए आर्डर देते समय सावधानी बरत रहे हैं।
- मोहित त्यागी, गीतांजलि इलेक्ट्रानिक्स