कुंभकर्ण की भूमिका में मुखिया ने रामलीला में भरा रोमांच
अयोध्या में आयोजित हो रही भव्य रामलीला के मंचन में शनिवार को पथिक सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भाजपा नेता मुखिया गुर्जर ने कुंभकर्ण की भूमिका निभाकर लीला में रोमांच भर दिया।
मेरठ, जेएनएन। अयोध्या में आयोजित हो रही भव्य रामलीला के मंचन में शनिवार को पथिक सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भाजपा नेता मुखिया गुर्जर ने कुंभकर्ण की भूमिका निभाकर लीला में रोमांच भर दिया। लीला के मंचन में दिखाया गया कि अपने अभिनय से रावण की भूमिका को जीवंत कर रहे अभिनेता शहबाज खान हर ओर से पराजय दिखाई पड़ने पर अपने परमवीर भाई कुंभकर्ण को घोर निंद्रा से जगाने का निर्णय लेते हैं। कुंभकर्ण को जगाने के लिए ढोल-नगाड़े, घंटे आदि वाद्ययंत्र का प्रयोग किया जाता है। जागते ही कुंभकर्ण अपने भाई रावण से नींद से जगाए जाने का कारण पूछते हैं। रावंण उन्हें विस्तार से सारी बातों की जानकारी देते हैं। सब कुछ सुनकर ही श्रीराम व माता सीता के वास्तविक स्वरूप को कुंभकर्ण पहचान कर लंकापति रावण को समझाने का प्रयत्न करते हैं। लेकिन, अपने हठ के आगे रावण कुंभकर्ण की भी एक नही सुनता है। अंत में कुंभकर्ण राष्ट्र व भ्रातृ प्रेम में युद्ध के लिए रण क्षेत्र रवाना होते हैं। इससे आगे अन्य प्रसंगों का संयोजन कर लीला प्रस्तुत की जाती है।