बुलंदशहर में किशोर का मतांतरण कराया, घरवाले हैरान, पुलिस मामले की जांच में जुटी
बुलंदशहर में एक किशोर को मतांतरण कराने का मामला सामने आया है। 15 वर्षीय किशोर अनुसूचित जाति से है। मतांतरण के बाद उसका नाम भी बदल दिया गया। पूरे प्रकरण के बाद पुलिस भी मामले की जांच कर रही है। स्वजन भी हैरान हैं।
बुलंदशहर, जेएनएन। नगर के एक मोहल्ले के किशोर का मतांतरण कराने का मामला सामने आया है। 15 वर्षीय किशोर अनुसूचित जाति से है। किशोर के माता-पिता नहीं है। वह अपनी ताई के पास रहता है। कुछ माह पहले किशोर घर से गायब हो गया था। इसकी गुमशुदगी थाने में दर्ज करायी गयी थी। किशोर के स्वजन इस प्रकरण से हैरान हैं। वहीं पुलिस पूरे मामले की जांच करने में जुट गई है।
यह है मामला
11 जून को वह लौट आया था। 12 जून को उसने बताया कि नगर की एक मस्जिद के चार मौलवी व एक महिला ने उसका ईद के समय मतांतरण करा दिया है। स्वजन ने उसे कहीं न जाने की हिदायत भी दी, लेकिन उसी रात वह फिर चला गया। बाद में पता चला कि वह लुधियाना में रिश्तेदारी में है। बुधवार को वहां से भी कहीं चला गया। इस पर स्वजन ने पूरे मामले की जानकारी हिंदू संगठनों को दी। पुलिस भी पहुंच गई। अभी इस मामले में किसी के खिलाफ तहरीर नहीं दी गई है। पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है।
बिजनौर में आ चुका है मामला
यूपी एटीएस द्वारा मतांतरण कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने के बाद बिजनौर में भी हलचल है। पकड़ा गया उमर गौतम एक वायरल वीडियो में कह रहा है कि उसे बिजनौर निवासी नासिर नाम के एक व्यक्ति ने नैनीताल में इस्लाम कुबूल करवाया था। हालांकि यह 1984 के आसपास का मामला है इसलिए नासिर कौन है और अब कहां रहता है, यह पता लगाना मुश्किल हो रहा है। इसके बाद भी खुफिया एजेंसियां नासिर की तलाश में हैं।
यूपी एटीएस ने बड़े पैमाने पर मतांतरण कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए उमर गौतम और जहांगीर को गिरफ्तार किया है। फतेहपुर निवासी उमर गौतम का पहले श्याम प्रताप सिंह गौतम नाम था। पुलिस का दावा है कि इसने बड़ी संख्या में हिंदुओं का मतांतरण कराया है। पकड़े गए आरोपित उमर की वजह से खुफिया विभाग की नजर बिजनौर पर पड़ी है।