मेरठ में 26वें दुर्गा पूजा महोत्सव के बाद मूर्तियों का गंगा में विसर्जन Meerut News

मेरठ में सोमवार को जयकारों के बीच नम आंखों से मां को विदा किया गया। मूर्तियों का हस्तिनापुर की गंगाजी में विसर्जन किया गया। इसी के साथ प्राचीन महादेव मंदिर में चल रहे 26वें दुर्गा पूजा महोत्सव का विधिवत तरीके से समापन हो गया।

By Prem BhattEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 02:40 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 02:40 PM (IST)
मेरठ में 26वें दुर्गा पूजा महोत्सव के बाद मूर्तियों का गंगा में विसर्जन Meerut News
दुर्गा पूजा महोत्सव के बाद मूर्तियों का हस्तिनापुर की गंगाजी में विसर्जन किया गया।

मेरठ, जेएनएन। मेरठ में कंकरखेड़ा स्थित प्राचीन महादेव मंदिर में चल रहे 26वें दुर्गा पूजा महोत्सव का सोमवार को विधिवत तरीके से समापन हो गया। धर्मप्रेमियों ने मां दुर्गा की अराधना की और उनको भोग लगाकर चुनरी भेंट की। जयकारों के बीच नम आंखों से मां को विदा किया गया। मूर्तियों का हस्तिनापुर की गंगाजी में विसर्जन किया गया। कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार कंकरखेड़ा में पैंठ बाजार स्थित प्राचीन सिद्धपीठ महादेव मंदिर में विशाल दुर्गा महोत्सव मेले का आयोजन नहीं किया गया था।

मां दुर्गा की अराधना

दो ब्राह्मणों द्वारा मां दुर्गा की अराधना की गई। भक्त भी कम संख्या और शारीरिक दूरी का पालन करते हुए मंदिर में पहुंचते और पूजा अर्चना करते। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष व कंकखेड़ा व्यापार संघ के अध्यक्ष नीरज मित्तल ने बताया कि इस बार 26वें दुर्गा पूजा महोत्सव में कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए भीड़ जमा नहीं होने दी। भक्त हर रोज माता की चौकी कर मां का गुणगान करते। सोमवार को मां दुर्गाजी, भगवान शंकर, भगवान गणेश, भैरव, वीर हनुमान जी की मूर्तियों का पूजन कर गंगा में विसर्जित किया। पंडित संजय त्रिपाठी, जागरण मंडली से सुरेश मल्होत्रा, अंकित गुप्ता, शिवम त्रिपाठी, मिंटू गर्ग आदि थे।

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