सहारनपुर में अवैध रिवाल्‍वर बनाने की फैक्‍ट्री पकड़ी, पकड़े गए आरोपित ने बताया यू-ट्रयूब से सीखा पिस्‍टल बनाना

क्राइम ब्रांच और सदर बाजार थाना पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। दो आरोपितों के साथ पिस्टल और रिवाल्वर बनाने की फैक्ट्री पकड़ी है। आरोपित कई सालों से इस धंधे को कर रहे थे। पहली बार ही पकड़े गए हैं।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 06:17 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 06:17 PM (IST)
सहारनपुर में अवैध रिवाल्‍वर बनाने की फैक्‍ट्री पकड़ी, पकड़े गए आरोपित ने बताया यू-ट्रयूब से सीखा पिस्‍टल बनाना
यू-ट्यूब से सीखे पिस्टल बनाने, फेसबुक पर फोटो डाला तो पकड़े गए आरोप‍ित।

सहारनपुर, जेएनएन। क्राइम ब्रांच और सदर बाजार थाना पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। दो आरोपितों के साथ पिस्टल और रिवाल्वर बनाने की फैक्ट्री पकड़ी है। आरोपित कई सालों से इस धंधे को कर रहे थे। पहली बार ही पकड़े गए हैं। इससे पहले कभी नहीं पकड़े गए। पूछताछ में मुख्य आरोपित ने बताया कि उसने यू-ट्यूब पर पिस्टल बनाना सीखा।

इसके बाद उसने आवास विकास में फैक्ट्री लगा दी। मुंगेर की तर्ज पर पिस्टल बनाकर आरोपित मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, उत्तराखंड के रुड़की, हरिद्वार, देहरादून आदि स्थानों पर बेचते थे। आरोपितों के पास से बने हुए कई पिस्टल और रिवाल्वर बरामद हुए है।

पुलिस के सभागार में प्रेसवार्ता के दौरान एसएसपी डा. एस चन्नपा ने बताया कि क्राइम ब्रांच प्रभारी जयवीर और सदर बाजार थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ आवास विकास के पास वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। उसी समय हथियारों की फैक्ट्री के बारे में सूचना मिली। जिसके बाद सूचना के आधार पर पुलिस ने मवीकलां गांव के आगे आवास विकास के खाली पड़े खडंहरनुमा मकानों में छापा मारा। यहां से पुलिस ने नीटू कुमार पुत्र रमेश चंद निवासी गांव पीतपुर थाना लक्सर हरिद्वार और रुचिन कुमार पुत्र ऋषिपाल निवासी हाशिमपुर थाना देवबंद को गिरफ्तार किया।

यहां से पुलिस ने 32 बोर के दो देसी पिस्टल, एक रिवाल्वर, चार तमंचे, 32 बोर के कारतूस, तीन अधबने तमंचे, शस्त्र बनाने के उपकरण भट्टी, ड्रिल मशीन, आरी, ब्लेड, हथौड़ी, प्लास, रेगमार आदि सामान बरामद किया। आरोपितों ने बताया कि वह पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई जिलों में इन हथियारों को सप्लाई करते थे।

चार साल पहले बनाना सीखा पिस्टल

पकड़ा गया नीटू पोस्ट ग्रेजुएट है। उसने बताया कि जब उसे पैसे की जरूरत पड़ी तो उसने यू-ट्यूब पर पिस्टल बनाने सीखे। जिसके बाद उसने आवास विकास के खंडहर में फैक्ट्री लगा दी। आरोपित ने बताया कि दो साल करने के बाद उसने काम बंद कर दिया था, लेकिन पिछले एक साल से फिर से काम कर रहा था।

फेसबुक पर डाला फोटो तो खुला राज

दरअसल, नीटू ने अपना फेसबुक पर एक फोटो अपलोड किया। इस फोटो में वह पिस्टल लहरा रहा था। जिसके बाद क्राइम ब्रांच को किसी ने सूचना दी। पुलिस ने सर्विलांस के माध्यम से काम किया और नीटू की तलाश शुरू कर दी। मुखबिर की सूचना पर नीटू पकड़ा गया।

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