Illegal Mining: सहारनपुर में खनन माफिया पर मेहरबान बेहट पुलिस, केस दर्ज फिर भी गिरफ्तारी नहीं

Illegal Mining अवैध खनन कराने के मामले में बेहट पुलिस काफी समय से बदनाम तो हैं ही अब तो खनन कारोबार करने वाले आरोपितों के साथ बेहट पुलिस खड़ी है। अर्जुननगर के रहने वाले एक युवक ने दर्ज कराया हुआ है मुकदमा।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 07:32 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 07:32 PM (IST)
Illegal Mining: सहारनपुर में खनन माफिया पर मेहरबान बेहट पुलिस, केस दर्ज फिर भी गिरफ्तारी नहीं
सहारनपुर में खनन माफिया पर नहीं हो रही कार्रवाई।

सहारनपुर, जेएनएन। अवैध खनन कराने के मामले में बेहट पुलिस काफी समय से बदनाम तो हैं ही, अब तो खनन कारोबार करने वाले आरोपितों के साथ बेहट पुलिस खड़ी है। तीन खनन माफिया के खिलाफ बेहट थाने में छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज है। बावजूद इसके तीनों को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है, जिसमें मुख्य भूमिका थाना प्रभारी और केस के विवेचक की है। हैरत की बात तो यह है कि हाईकोर्ट तक आरोपितों की जमानत खारिज हो चुकी है। पिछले दो माह से आरोपित फरार चल रहे हैं और पुलिस की राइफल के साथ एक आरोपित की तो इंटरनेट मीडिया पर फोटो वायरल हो रही है। जिससे साफ है कि आराेपित की पुलिस से कितनी गहरी दोस्ती है।

यह है मामला

दरअसल, शहर के अर्जुननगर निवासी प्रवेश कुमार ने बताया कि उसने एक महिला की पार्टनरशिप में बेहट के बरथा कोरसी में स्टोन क्रेशर लगाया था, जिसमें रिकाश उर्फ रिंकू निवासी अलमासपुर, मिंटू उर्फ शिवचरण और अमित निवासीगण बरथा कोरसी भी पार्टनर हैं। आरोप है कि रिकाश, अमित और मिंटू के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया। प्रवेश का कहना है कि वह अपनी महिला पार्टनर के साथ पांच सितंबर को स्टोर क्रेशर में पहुंचे और हिसाब किया। इसी बात को लेकर आरोपितों ने प्रवेश और महिला पार्टनर के साथ मारपीट की। महिला पार्टनर के कपड़े तक फाड़ दिए और उसके साथ छेड़छाड़ की। जिसके बाद प्रवेश ने इस संबंध में अमित, मिंटू और रिकाश के खिलाफ छेड़छाड़ की धारा समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। आरोप है कि खनन का धंधा करने के कारण बेहट पुलिस से आरोपितों की सेटिंग है। जिस कारण गिरफ्तारी नहीं हो रही है।

वाराणसी वाला कांड दोहराना चाहती है बेहट पुलिस

पीड़िताप्रवेश की पार्टनर महिला सोमवार को एसएसपी दफ्तर में पहुंची। उसने कहा कि वाराणसी में भी युवक-युवती के साथ ऐसा ही हुआ था। उनके मुकदमे में भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट के बाहर उन्होंने आत्मदाह कर लिया था। महिला ने कहा कि वह भी इसी तरह का कदम उठाने का मजबूर होगी। इस मुकदमे की जांच चल रही है। आरोपित पक्ष अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट चले गए थे। दो दिन पहले ही हाईकोर्ट ने कोई फैसला दिया है। पीड़ित पक्ष ने बताया कि आरोपितों की जमानत खारिज हो गई है। हालांकि हमे आदेश नहीं मिला है। आदेश की कापी मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

- अतुल शर्मा, एसपी देहात

chat bot
आपका साथी