घूमने का शौक है तो पश्चिमी उप्र के इन स्थलों को करें कैमरे में कैद, जान‍िए इनकी खासियत

मेरठ व उसके आसपास के जिलों में तमाम ऐसे स्थल हैं जहां घूमने जरूर जाना चाहिए। रामायण और महाभारत काल के प्रतीक हैं तो वहीं मौर्य काल सिंधु सभ्यता हड़प्पा आदि के भी प्रमाण देखने को मिल जाएंगे।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 06:02 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 06:02 PM (IST)
घूमने का शौक है तो पश्चिमी उप्र के इन स्थलों को करें कैमरे में कैद, जान‍िए इनकी खासियत
मेरठ व उसके आसपास के जिलों में पर्यटन स्‍थल।

मेरठ, जेएनएन। अगर आपको घूमने का सशौक है। संस्कृति, इतिहास, धर्म आदि के बारे में जानने की जिज्ञासा है तो मेरठ व उसके आसपास के जिलों में तमाम ऐसे स्थल हैं जहां घूमने जरूर जाना चाहिए। रामायण और महाभारत काल के प्रतीक हैं तो वहीं मौर्य काल, सिंधु सभ्यता, हड़प्पा आदि के भी प्रमाण देखने को मिल जाएंगे।

किस जिले में कहां जरूर जाएं घूमने

-मेरठ में हस्तिनापुर, परीक्षितगढ़ व सरधना घूमने जाएं। मेरठ शहर में भी शहीद स्मारक, सेंट जोंस चर्च, औघड़नाथ मंदिर, शाहपीर मकबरा, घंटाघर, सूजरकुंड रोड मंदिर, विल्वेश्वर मंदिर, सूरजकुंड गुरुद्वारा, नादिर महल नौचंदी मेला परिसर, हजरत बाले मियां मजार, मकबरा नवाब अब्बू मुहम्मद खां कंबोह, खैरनगर दरवाजा, मुस्तफा कासिल, विक्टोरिया पार्क, गगोल तीर्थ, कांच का गुरुद्वारा जैसे स्थल हैं।

-बागपत में पुरा महादेव मंदिर, परशुराम खेड़ा, वाल्मीकि मंदिर, बरनावा स्थित लाक्षागृह, खेकड़ा के बड़ागांव में त्रिलोकतीर्थ धाम। पुरातत्व स्थल को देखने की खास दिलचस्पी है तो सिनौली साइट भी देख सकते हैं।

-गाजियाबाद में गढ़मुक्तेश्वर ब्रजघाट, नक्का कुआं, गंगा मंदिर दर्शनीय है।

-बुलंदशहर में बाराखंबा शिकारपुर, गंगा घाट अनूपशहर, कर्णवास, नरौरा आदि स्थलों पर जा सकते हैं।

-मुजफ्फरनगर शुकतीर्थ, सप्त ऋषि आश्रम, दरगाह हजरत अब्बास बागरा जा सकते हैं।

-सहारनपुर में जाखवाला तालाब, मां शाकुंभरी देवी, मां बाला सुंदरी देवी मंदिर देवबंद, दरगाह शाहबिलत देवबंद।

-गौतमबुद्ध नगर में कालंदी कुंज, द्रोणाचार्य मंदिर, विशरख शिव मंदिर, दाऊ जी मंदिर जेवर। 

chat bot
आपका साथी