मेरठ की परफार्मेंस बेहतर न रही तो 15 वें वित्त आयोग की धनराशि में हो जाएगी कटौती Meerut News

सरकार जिन योजनाओं के लिए पैसा दे रही है उनकी परफार्मेंस भी परखेगी। अगर परफार्मेंस बेहतर न रही तो दी गई धनराशि से कटौती कर ली जाएगी और यह धनराशि बेहतर परफार्मेंस करने वाले महानगरों को दे दी जाएगी।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 09:52 AM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 09:52 AM (IST)
मेरठ की परफार्मेंस बेहतर न रही तो 15 वें वित्त आयोग की धनराशि में हो जाएगी कटौती Meerut News
मेरठ की परफार्मेंश के आधार पर 15 ि‍वित्‍त आयोग में मिलेगी धनराशि।

मेरठ, जेएनएन। सरकार जिन योजनाओं के लिए पैसा दे रही है, उनकी परफार्मेंस भी परखेगी। अगर परफार्मेंस बेहतर न रही तो दी गई धनराशि से कटौती कर ली जाएगी और यह धनराशि बेहतर परफार्मेंस करने वाले महानगरों को दे दी जाएगी। ऐसा 15 वें वित्त आयोग के तहत दी गई धनराशि के संबंध में केंद्र सरकार ने निर्देश जारी किया है।

नगर निगम मेरठ को 15 वें वित्त आयोग में लगभग 72 करोड़ रुपये प्रदान किये गये हैं। जिसमें तीन कामों पर धनराशि खर्च की जानी है। सालिड वेस्ट मैनेजमेंट अर्थात कचरा प्रबंधन, वायु गुणवत्त्ता सुधार और जल संरक्षण। सालिड वेस्ट मैनेजमेंट अर्थात कचरा प्रबंधन के लिए 36 करोड़ रुपये और इतनी धनराशि वायु गुणवत्ता सुधार और जल संरक्षण के कामों पर खर्च की जानी है।

सरकार ने 15 वें वित्त आयोग की धनराशि जारी करते हुए नगर निगम को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी योजनाओं को विधिवत कार्ययोजना बनाकर अमली जामा पहनाना है। ऐसा कतई न हो कि प्रदान की गई धनराशि खर्च हो जाए तो किये गये कार्य की उपयोगिता सिद्ध न हो।

मानीटरिंग के दौरान इसी बात पर फोकस किया जाएगा। इसे देखते हुए नगर निगम अधिकारी विशेषज्ञों से राय लेकर कार्ययोजना तैयार कर रहे हैं। कचरा निस्तारण प्लांट का मामला हो या फिर शौचालयों के मानक पूरे करने में विशेषज्ञों की राय ली जा रही है। वायु गुणवत्ता सुधार के माइक्रो प्लान तैयार करने में भी इस बात का ध्यान रखा जा रहा है।  

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